आसाम पत्रकारों के दल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. बिन्दल से की मुलाकात, डॉ. बिन्दल को स्मृति चिन्ह भेंट कर किया सम्मानित

शिमला : आसाम राज्य से आसाम सरकार के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के अधिकारियों के साथ आए 18 पत्रकारों के एक दल ने आज विधान सभा सचिवालय में हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल से मुलाकात की। गौरतलब है कि आसाम राज्य के पत्रकारों का यह दल “गुडविल मिशन” पर पिछले 8 सितम्बर से हिमाचल प्रदेश राज्य के अध्ययन प्रवास पर है। दल ने आज विधान सभा सचिवालय में डॉ. बिन्दल के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस अवसर पर विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा, विधान सभा अध्यक्ष के सूचना प्रोद्योगिकी धर्मेश शर्मा, हिमाचल प्रदेश विधान सभा के उप-निदेशक हरदयाल भारद्वाज, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक महेश पठानिया तथा सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी गीता ठाकुर भी मौजूद थी।

                  बैठक के दौरान आसाम सरकार के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के वरिष्ठ सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी ने आसाम विधान सभा के अध्यक्ष द्वारा डॉ. बिन्दल को भेजा गया “गुडविल संदेश” पढ़ा तथा तदोपरान्त इसे भेंट किया। आसाम से आए पत्रकारों ने डॉ. बिन्दल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।

            इस अवसर पर पत्रकारों के दल से चर्चा करते हुए डॉ. बिन्दल ने कहा कि हि. प्र. विधान सभा भारत वर्ष की पहली उच्च तकनीक युक्त पेपर-लैस विधान सभा है। डॉ. बिन्दल ने कहा कि इसका शुभारम्भ 4 अगस्त, 2014 को किया गया तथा इसे हम निरन्तर आगे बढ़ाते गये। उन्होंने कहा कि अब हम ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबन्धन तथा ई-समिति व विधायकों के लिए मोबाईल ऐप जैसी आधूनिक ई-प्रणाली पर कार्य कर रहे है।

                 डॉ. बिन्दल ने कहा कि जहाँ ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबन्धन के जरिये विधायक सरकार, अधिकारियों तथा जनता से सीधे संवाद कर सकेंगे वही यह भी जान सकेंगे कि विकास कार्यों में कितनी प्रगति हुई है तथा कहां कार्य रूका है। उन्होंने कहा कि विधायक मोबाईल ऐप के जरिये विधान सभा की कार्यवाही तथा विधान सभा की कार्य सूची देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया मिशन’ के सपने को साकार करने में पूरी तरह से प्रयत्नशील है।

बैठक उपरान्त पत्रकारों के दल ने सदन का भी अवलोकन किया। डॉ. बिन्दल ने उन्हें विधान सभा की कार्य प्रणाली सदन का इतिहास तथा सदन के अन्दर की व्यवस्थाओं की जानकारी दी तथा पेपर लैस विधान सभा की कार्यशैली तथा क्रिया क्लापों बारे भी अवगत करवाया। डॉ. बिन्दल ने कहा कि ई-विधान प्रणाली एक पर्यावरण मित्र प्रणाली है जहां हजारों वृक्ष कटने से बचे है वहीं कागज की बेहताशा बचत हुई है। इसके अतिरिक्त कार्य में दक्षता तथा पारदर्शिता भी आई है।

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