एचडीएफसी बैंक ने ‘टीचिंग-द-टीचर्स’ कार्यक्रम के तहत की “नवाचार पुस्तिका” लॉन्च

  • नवाचार शिक्षा प्रणाली के तहत पढ़ाई को बोझ न समझकर बच्चे खेल-खेल में कर सकते हैं पढ़ाई : शिक्षा मंत्री

dsc_0547अंबिका/शिमला: शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार’ कार्यक्रम का आयोजन आज पीटरहाफ शिमला में किया गया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की। इस कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा विभाग व अरविंद सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान से किया गया।   सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गुणवत्ता आधारित शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जून 2017 में इस नवाचार के लिए हुए एमओयू के तहत अरविंद सोसायटी इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है व एचडीएफसी बैंक भी सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिसपासिबिलिटी) के माध्यम से अपना पूरा सहयोग कर रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति के चलते आज 3700 स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं प्रारंभ की जा चुकी हैं, जिसमें 48 हजार दाखिले हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं, जिसमें से सभी विद्यार्थियों को मुफ्त किताबें व वर्दी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश, शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जिसके कारण विश्व बैंक से हिमाचल प्रदेश को शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए 500 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। 

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने नवाचार पुस्तक का विमोचन किया। शिक्षा मंत्री ने ‘इनोवेटिव पाठशाला ऐप’ को भी आरम्भ किया। उन्होंने कहा कि नवाचार शिक्षा प्रणाली के तहत बच्चे पढ़ाई को बोझ न समझकर खेल-खेल में पढ़ सकते हैं।

सुरेश भारद्वाज ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 34 नवाचार शिक्षकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि नवाचार अध्यापकों ने बैग फ्री डे, प्रश्न बैंक, साप्ताहिक बुद्धिमान, अभिनय से सीखो, छात्र बने शिक्षक, अच्छी बुरी घटनाओं की डायरी, आज का क्या, सबके दादाजी-नानाजी जैसे विभिन्न नवाचार गतिविधियां स्कूलों में शुरू की।

इस अवसर पर प्रधान सचिव शिक्षा कमलेश कुमार पंत, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा रोहित जमवाल, निदेशक राज्य परियोजना आशीष कोहली, निदेशक अरविन्द्र सोसायटी संभ्रांत शर्मा, एचडीएफसी बैंक के उप प्रबंधक ध्रुव बरागटा, विभिन्न जिलों से आए उप निदेशक, विभिन्न जिलों से आए जिला भाषा अधिकारी, नवाचार शिक्षक एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। एचडीएफसी बैंक में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक सतत आजीविका पहल है जिसके तहत हमने 86 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है।

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