शिमला : हिमाचल पुलिस प्रदेश की 100 पुलिस चौकियों में एफआईआर दर्ज करने की सुविधा मुहैया कराने जा रही है। जिसके चलते अपने साथ हुए अपराध की प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करवाने के लिए अब आम लोगों को थानों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
डीजीपी सीताराम मरडी ने यह जानकारी गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में दक्षिण रेंज के अंतर्गत आने वाले शिमला, सिरमौर, सोलन, बद्दी और किन्नौर पुलिस जिलों के सभी थाना प्रभारियों, एसडीपीओ, एडिशनल एसपी और एसपी के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में दी। डीजीपी ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वह पुलिस में अपना बयान दर्ज कराने वालों के बयान की वीडियोग्राफी भी की जाएगी और उसे साक्ष्य के तौर पर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पुलिस को बयान देने के बाद कोर्ट में पलटने की गुंजाइश भी नहीं होगी। डीजीपी ने कहा कि अपराध होने से रोकने के साथ साथ उनके खुलासे और अपराधियों की गिरफ्तारी पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।
डीजीपी ने बताया कि प्रयास यह भी किए जा रहे हैं कि पुलिस के कांस्टेबलों को चालान करने के बाद मौके पर ही चालान का जुर्माना वसूलने की भी इजाजत दी जाए।