- मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पेंशन के लिए बने नियमों के बदलाव पर करेगी विचार, अन्य सुझावों पर भी विचार कर उठाए जाएंगे उचित कदम
शिमला : विधानसभा मानसून सत्र के दौरान सदन में (वीरवारर) को आज कम उम्र में विधवा होने वाली महिलाओं को सहायता के लिए प्रश्नकाल के दौरान विधायक कमलेश कुमारी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने आश्वासन दिया कि सरकार महिलाओं के हित के लिए हर संभव प्रयास करेगी और अगर आवश्यकता हुई तो सरकार पेंशन के लिए बने नियमों के बदलाव पर विचार भी करेगी।
कमलेश ने सवाल किया कम उम्र में विधवा होने वाली महिला को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सरकार उनके भविष्य को देखते हुए कुछ सहायता प्रदान करे। जबाव में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार 45 साल से कम उम्र की विधवा महिला को नर्सिंग व आईटीआई में प्रवेश में आरक्षण का लाभ देने जा रही है। वहीं कौशल विकास प्रशिक्षण व श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं से भी लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी पर विधायक सुखराम चौधरी ने कहा कि पेंशन के लिए सरकार ने जो आय सीमा रखी है, उससे कई बार महिलाओं को परेशानी होती है। कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार पेंशन को बढ़ाने पर विचार करे। विधायक होशयार सिंह ने अनाथ बच्चों की पेंशन को 18 की उम्र के बजाय 24 की उम्र तक देने की मांग रखी। इस पर पहले मंत्री और फिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार पेंशन के लिए बने नियमों में बदलाव पर विचार करेगी। साथ ही कहा कि अन्य सुझावों पर भी विचार कर उचित कदम उठाए जाने की बात कही।