- मुख्यमंत्री बताएं किसने वेबसाइट पर डाला होटल बिक्री का मसौदा : मुकेश अग्निहोत्री
शिमला : हिमाचल मॉनसून सत्र के 7वें दिन आज जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पर्यटन निगम के होटलों को बेचे जाने का मामला उठाया और इस पर चर्चा की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नियम 67 स्थगन प्रस्ताव के तहत जो मांग आई है उस पर अभी निर्णय नहीं लिया है। यह मामला गैर सरकारी दिवस में लगा है, इसलिए इसको 67 में लगाने की जरूरत नहीं है। इस पर विपक्ष भड़क गया और सदन में हल्ला करने लगा।
विपक्ष इस बात पर नारेबाजी करता हुआ सदन से वाकआउट कर बाहर आ गया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने 16 पर्यटन निगम के होटलों को रेट सहित बेचने का प्लान टूरिज्म की ऑफिसियल वेबसाइट राइजिंग हिमाचल में डाल दिया। उन्होंने कहा कि चायल पैलेस के 250 करोड़ सहित अन्य होटलों के दामों का मसौदा तैयार कर वेबसाइट पर डाल दिये। उन्होंने कहा कि वाइल्ड फ्लावर हाल होटल बिकना एक बुरा अनुभव था उसके बाद कोई भी होटल व ज़मीन नहीं बिकनी चाहिए थी। यदि मुख्यमंत्री को इन होटलों के वेबसाइट पर मसौदे की जानकारी नहीं है, तो बताएं ये किसने डालें।
नेता प्रतिपक्ष अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ग़लती से यह नाम वेबसाइट में डाल दिए गए हैं। ये ग़लत है बल्कि साज़िश के तहत निगम की संपत्तियों को बेचने का काम हो रहा है। दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने कांग्रेस पार्टी पर अपने कार्यकाल में हिमाचल के हितों को बेचने का आरोप लगाया।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के होटल तथा ज़मीनों का सौदा कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सौदे दिवालियापन की स्थिति में किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी परिस्थिति में हिमाचल का सौदा नहीं होने देगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि या तो सरकार सदन में इसकी जिम्मेदारी ले या यह बताएं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है? यह बहुत ही संवेदनशील और गंभीर मसला है।