शिमला: शिमला के रामपुर खंड की अंतिम पंचायत बधाल के जंगल में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने के बाद आई बाढ़ से नेशनल हाइवे-5 पर बने होटल और खड़ी गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, नेशनल हाईवे-5 यातायात के लिए बंद हो गया है।
सोमवार सुबह करीब तीन बजकर 40 मिनट पर आई बाढ़ की आवाज इतनी भयानक थी कि आसपास रह रहे लोग अपने घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान की ओर जान बचाने के लिए भागे। प्रशासन की ओर से नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। पुलिस चौकी प्रभारी ज्यूरी चंदन नेगी ने बताया। बादल फटने से नेशनल हाइवे बन्द हो गया है। एक होटल को भी काफी नुकसान हुआ है। गाड़ियों को भी बाढ़ से नुकसान हुआ है। खतरे को देखते हुए मुख्य मार्ग पर पैदल आवाजाही भी रोक दी गई है। मार्ग खोलने की प्रक्रिया आरम्भ हो गई है।
वहीं, चंबा जिले में भारी बारिश से भरमौर और हड़सर के बीच एक पुलिया बह गई है। इस कारण मणिमहेश यात्रा पर रोक दी गई है। प्रशासन के अनुसार भरमौर से आगे वाहनों की आवाजाही फिलहाल रोक दी गई है।मणिमहेश यात्रा पर आए सैकड़ों श्रद्धालु हड़सर के पास फंसे हैं। रविवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश से भरमौर- मणिमहेश मार्ग पर परनाला के पास पुलिया बह गई। इसकी वजह से रास्ता बंद हो गया। इसके चलते श्रद्धालुओं ने पूरी रात बारिश में भीगकर काटी। कांगड़ा जिले में भूस्खलन से पालमपुर-कंडी सड़क यातायात के लिए बंद हो गई है। इसके चलते सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। जिले में भूस्खलन से कई अन्य सड़कें भी बाधित हैं।कुल्लू जिले में भी बारिश का कहर जारी है। जिले की सैंज घाटी के पागल नाला तड़के दो बजे से बंद है। नाले में बाढ़ आने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके चलते वाहनों की आवाजाही बंद है। राज्य में एक सितंबर तक मौसम खराब बने रहने के आसार हैं।