शिमलाः वर्णित पंचायती राज संस्थाओं में अधिसूचित परिसीमन के लिए जानकारी हेतु प्रारूप 1 जुलाई से उपलब्ध

भारी वर्षा के कारण शिमला जिला की क्षतिग्रस्त सड़कों में से 95 प्रतिशत सड़कों की मुरम्मत का कार्य पूरा : डीसी शिमला

  • अधिकारियों को प्रभावित सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य योजनाओं को तुरंत सुचारू करने के निर्देश
  • पुराने पेड़ों को चिन्हित कर उन्हें काटने तथा प्रभावित क्षेत्रों में गिरे पेड़ों को तुरंत हटाने के आदेश

शिमला: नेरवा में टुर्नामेंट में आए जिला के 14 खंडों की 553 खिलाड़ी छात्राओं और 61 शिक्षकों को भारी बारिश से बाधित सड़क मार्ग के कारण आज जिला प्रशासन की सहायता से सुरक्षित उनके घरों की ओर रवाना किया गया। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुपवी खंड की 40  छात्राओं व 4 अध्यापिकाओं को सुरक्षा की दृष्टि से नेरवा में ही ठहराया गया है। यह निर्णय कुपवी सड़क मार्ग के बाधित होने के कारण लिया गया है, जिन्हें कल गंतव्य  स्थानों के लिए रवाना किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अपूर्व देवगन ने आज नेरवा से कुपवी अलग-अलग स्थानों पर पैदल चलकर स्थिति का जायजा लिया तथा स्थिति को पूर्ववत करने के लिए विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।
अमित कश्यप ने बताया कि भारी वर्षा के कारण जिला में क्षतिग्रस्त सड़कों में से 95 प्रतिशत सड़कों की मुरम्मत का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि शेष सड़कों को दुरूस्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग को युद्ध स्तर पर कार्य कर कल सांय तक बहाल करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त शिमला ने आज जुब्बल, कोटखाई, रोहड़ू, चिढ़गांव का दौरा कर विभिन्न स्थानों पर हुए नुकसान के उपरांत किये जा रहे मुरम्मत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने वहां प्रभावित सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को तुरंत सुचारू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने स्थानीय प्रशासन को सेबों के ट्रकों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए सम्पर्क मार्गों की दुरूस्ती के साथ-साथ किसी प्रकार की जाम की समस्या से निपटने के लिए तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने उद्यान एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को वर्षा के दौरान बागवानों के बागीचों में हुए नुकसान का आंकलन कर जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा, ताकि प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जा सके।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को अपने क्षेत्र में पुराने पेड़ों को चिन्हित कर उन्हें काटने तथा प्रभावित क्षेत्रों में गिरे पेड़ों को तुरंत हटाने के आदेश दिये, ताकि यातायात अथवा आवागमन में किसी प्रकार की रूकावट न आए। उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों को सभी रूटों पर अपनी बसें तुरंत चलाने के निर्देश भी दिए, ताकि स्कूली बच्चों, कर्मचारियों और जनसाधारण को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने जिन क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति अभी तक बहाल नहीं हो पाई है, उसे तुरंत प्रभावी रूप से बहाल करने के निर्देश किये। उन्होंने विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण कर भारी बारिश के कारण हुए नुकसान की जानकारी ली तथा उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया।
उन्होंने दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता के लिए खाद्य आपूर्ति व अन्य संबद्ध विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को खाद्य व अन्य दैनिक वस्तुओं की आपूर्ति में कोई असुविधा न हो।

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