ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में कैरियर...

ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में कैरियर…

  • ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में प्रवेश के लिए 12वीं में 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य

देश में प्रतिवर्ष लाखों व्यक्ति पर्यटन करते हैं, जिनमें विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी कम नहीं है। पर्यटन संबंधी समुचित जानकारी उपलब्ध न होने के कारण अनेक पर्यटक प्राय: भटकते रहते हैं और अपना समय व धन बर्बाद करते हैं। वे पर्यटन का पूरा लुत्फ नहीं उठा पाते। अत: पर्यटन संबंधी संस्थाओं ने यह दायित्व संभालने का बीड़ा उठाया है कि वे पर्यटकों को समुचित जानकारी उपलब्ध कराएं। स्वाभाविक है कि ट्रेवल एंड टूरिज्म से जुड़े लोगों को इस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहिए, इनका प्रबंधन कार्य एक अच्छा कैरियर बन सकता है, लेकिन यह कार्य अत्यंत चुनौती भरा है।

इसके लिए व्यक्ति में घूमने-फिरने के प्रति केवल रूचि होना ही पर्याप्त नहीं है, उसे देश की संस्कृति और इतिहास का भी अच्छा जानकार होना चाहिए। तभी वह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के पर्यटन स्थलों के बारे में पर्यटकों की जिज्ञासाओं का समुचित समाधान कर सकता है।

अपेक्षित योगयताएं

  • जबसे देश में सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा दिया जाने लगा है प्राय: तबसे विभिन्न विश्वविद्यालयों में ट्रेवल एवं टूरिज्म संबंधी विभिन्न पाठ्यक्रमों का विकास किया गया है। इसमें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रमों की व्यवस्था है। शैक्षणिक योगयता के नाम पर व्यक्ति को कम से कम बाहरवीं की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए तभी वह ट्रैवल एवं टूरिज्म मैनेजमेंट संबंधी विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश का अधिकारी हो सकता है ये पाठ्यक्रम हिंदी, अंग्रेजी तथा कुछ क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाए जाते हैं। प्रवेश के लिए बाहरवीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।

पाठ्यक्रम के प्रमुख विषय

  • सामान्यत: अलग-अलग विश्वविद्यालय व संस्थानों में मिलते-जुलते ही पाठ्यक्रम होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख विषय इस प्रकार से हैं- पर्यटन का
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    परिचय, मार्केटिंग व मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन, सोर्स ऑफ ट्रेवलिंग (यातायात के साधन), दुनिया की भौगोलिक स्थिति, अकाउंट्स और कॉमर्स की बुनियादी जानकारी, अंतरराष्ट्रीय टूरिज्म, भारतीय ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन स्थल, भारतीय तीज-त्यौहार, नृत्य, संगीत, हस्तशिल्प तथा अन्य क्षेत्रीय चीजों से संबंधित विषय।

शिक्षण विधि

  • फोटोग्राफी का प्रशिक्षण प्राय: निम्रलिखित विधियों द्वारा दिया जाता है- ऑडियो विजुअल द्वारा, सेमिनारों या ग्रुप डिस्कशन द्वारा, विशेषज्ञों के व्याख्यानों द्वारा, इंडस्ट्री के विशेष संकाय द्वारा, दृश्य-श्रव्य माध्यमों द्वारा।

रोजगार की संभावनाएं

  • ट्रैवल एवं टूरिज्म मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा लेने के बाद रोजगार की निम्रलिखित संभावनाएं हैं- शोध अधिकारी, मैनेजर, सेल्स ऑफिसर, ऑफिस स्टाफ, टूर प्लानर, टिकट/बुकिंग, टूरिस्ट बस या सर्विस ऑपरेटर, इनफार्मेशन या सूचना सहायक निदेशक आदि।

प्रमुख शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान

  • इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टूरिज्म ट्रेवल मैनेजमेंट (आई.टी.टी.एम) व न्याय मार्ग, नई दिल्ली-110021
  • आई.टी.टी.एम., एम.एम.एस. होस्टल, मोती महल, लखनऊ।
  • के.आई.टी.टी.एस., रीजनल चैप्टर, कॉनवेंट रोड, कोझीकोड।
  • केरी इंस्टीट्यूट ऑफ थाईकाड, तिरूअनंतपुरम।
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेशल वेलफेमर एंड बिजनेस मैनेजमेंट, कॉलेज स्क्वॉयर (वेस्ट) कोलकाता।
  • दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली।

 

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