शिमलाः एपीजी यूनिवर्सिटी ड्राइवर कंडक्टर यूनियन द्वारा शिमला में एक प्रेसवार्ता के दौरान आज विवि पर कई तरह की अनियमितताओं के आरोप लगाए गए। एपी गोयल यूनिवर्सिटी ड्राइवर कंडक्टर प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि विवि के सभी वाहनों की 4 नवंबर 2016 को फ़िटनेस ख़त्म हो चुकी है। जिसमें 12 बसों के अलावा इतनी ही छोटी गाड़ियां है। जिनकी हालत भी ख़स्ता हो चुकी है। देश-विदेश से यहाँ पढ़ने वाले छात्र भी बसों में आते-जाते हैं। यदि कोई हादसा होता है तो इसमें किसकी ज़िम्मेदारी होगी? उनके अनुसार विवि प्रशासन कहता है कि वह कंगाली के दौर से गुज़र रहा है। पुलिस भी विवि के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही नही करती है क्योंकि उनको भी विवि फ़ायदा पहुंचाता है। ( HP 64A-4689 व HP 52A-7443) पुलिस कर्मियों की कुछ गाड़ियां है उनमें एपी गोयल यूनिवर्सिटी के खाते से पेट्रोल भरवाया जाता है। यही वजह है कि पुलिस यूनिवर्सिटी की गाड़ियों को चेक नही करती है ओर विवि में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है।
वहीं राजेश कुमार ने बताया कि विवि के डेढ़ दर्जन वाहनों को 20 चालक व 14 परिचालक चलाते हैं। उनको भी समय पर वेतन दिया जाता। यूनिवर्सिटी में श्रम कानूनों का उल्लंघन हो रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि ड्राइवरों का ईपीएफ़ तक नही काटा जा रहा है। वर्ष 2016 में विवि ने 19 ड्राइवर व कंडक्टर निकाले थे जिनमें से 7 वापिस आ गए बाकी अभी सड़कों पर हैं। उनका मामला कोर्ट में चल रहा है।