पूर्वशाला शिक्षा के स्तर में व्यापक बदलाव लाने का प्रयास : शिक्षा मंत्री

  • छात्रों को घरद्वार पर स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न योजनाओं से अवगत जा रहा है करवाया : शिक्षामंत्री

अंबिका/शिमला: शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में आधुनिक युग में शिक्षा को रोजगार से जोड़ना अनिवार्य है और शिक्षा को रोजगार पूरक बनाना अत्यावश्यक है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों को प्रारंभिक स्तर से ही गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं तथा इस दिशा में नई योजनाएं भी शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वशाला शिक्षा के स्तर में व्यापक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि शिक्षा के स्तर में समावेशी विकास संभव हो सके।

उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा में गुणवत्ता तथा उसके रोजगार पूरक बनाने के लिए विशेष मुहिम चलाई जा रही है, ताकि युवाओ में बेरोजगारी की समस्या से निजात दिलाई जा सके। युवाओं के लिए रोजगारोन्मुख योजना व कार्यों के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से करियर काउंसलिंग शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत नवमीं से 12वीं तक के छात्रों को घरद्वार पर स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के लिए चलाई जा रही सरकार की विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाया जा रहा है।

 उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से अटल आदर्श विद्या केंद्र योजना के अंतर्गत प्रदेशभर में 10 आदर्श आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे, ताकि इन विद्यालयों में निर्धन एवं गरीब परिवारों के छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करवाई जा सके।

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