मोटापे से होने वाली बीमारियों से कैसे निपटा जाए, आईजीएमसी में 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर तक कार्यशाला

शिमला: आईजीएमसी में आरकेएस की बैठक में लिए गए कई बड़े निर्णय

शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में वीरवार को रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) की गवर्निंग बॉडी की बैठक हुई। बैठक कमेटी के चेयरमैन एवं स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान अस्पताल में होने वाले विभिन्न टेस्टों के रेट बढोत्तरी को लेकर भी निर्णय लिए गए।

अस्पताल में उपचार करवाने आने वाले मरीजों को एचबी, लिपिड प्रोफाइल, थॉयरायड, शुगर और यूरिया टेस्ट महंगी दरों पर करवाने होंगे।  बैठक में स्पेशल वार्ड के वीआईपी रूम के चार्जिज भी बढ़ाए गए हैं। वीआईपी रूम लेने वाले मरीजों को अब एक दिन के 2 हजार की जगह 2250 रुपये चुकाने होंगे। आयुष्मान हिमकेयर, बीपीएल, एचआईवी, टीबी, कैंसर, सीनियर सिटीजन और हादसे में घायल मरीजों के टेस्ट फ्री में ही होंगे।

आईजीएमसी ने वीरवार को 2019-20 का बजट भी पेश किया। इसमें अनुमानित आय 6345 लाख रुपये बताई। अनुमानित व्यय 6515 दर्शाया गया है। इसमें एक करोड़ 70 लाख रुपये की ग्रांट इन एड सरकार देगी। इसको लेकर बैठक में मंजूरी मिल गई है।

टेस्ट रेट बढ़ाने के पीछे प्रबंधन का तर्क है कि 2001 से लेकर अब तक टेस्टों के रेट नहीं बढ़ाए हैं। टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली किट, रिजेंटस और केमिकल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

अस्पताल में 5 रुपये में होने वाला एचबी का टेस्ट साढ़े पांच रुपये में होगा। कंप्लीट हीमोग्लोबिन टेस्ट 35 की जगह 38, लिपिड प्रोफाइल टेस्ट 150 की जगह 165 रुपये, शुगर टेस्ट 20 की जगह 22 रुपये और यूरिया टेस्ट भी 20 की जगह 22 रुपये में किया जाएगा। इसी तरह अन्य टेस्ट के दामों में बढ़ोतरी होगी।

 

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