अंबिका/सोलन: डॉ वाईएस परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के तीन वैज्ञानिकों ने धर्मशाला में हाल ही में आयोजित 9वें अंतर्राष्ट्रीय कृषि, बागवानी और पादप विज्ञान सम्मेलन में विभिन्न पुरस्कार अपने नाम किए। इस सम्मेलन में देश भर के 100 से अधिक वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन में एग्रोफोरेस्ट्री के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ केएस पंत, जो कि वर्तमान में विश्वविद्यालय के औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, नेरी हमीरपुर में कार्यरत है, को इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रॉपिकल एग्रीकल्चर के फैलो के रूप में चुना गया। डॉ. पंत ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कृषि वानिकी प्रणालियों को विकसित करने के लिए कार्य किया है। इसके अलावा नौणी स्थित वानिकी महाविद्यालय के वृक्ष सुधार और आनुवंशिक संसाधन विभाग के डॉ एचपी संख्यान को इस आयोजन में आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड 2019 से नवाजा गया। डॉ सांख्यान ने बांस और बियुल सहित कई पेड़ प्रजातियों के सुधार के लिए अनुसंधान कर रहे हैं। औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, नेरी में सहायक प्रोफेसर डॉ दुष्यंत शर्मा ने भी सम्मेलन में उत्कृष्ट वैज्ञानिक 2019 का पुरस्कार अपने नाम किया।
विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक, कुलसचिव, सभी महाविद्यालयों के डीन और संकाय ने वैज्ञानिकों को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी।