- साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
- पीने के पानी को 15 मिनट तक उबालें, गले-सड़े फलों व सब्जियों का सेवन न करें
- घर के आसपास पानी और खरपतवार को इकठ्ठा न होने दें
शिमला : गर्मियों के तुरंत बाद आने वाले बरसात के मौसम में स्वास्थ्य के प्रति सचेत और सजग रहें। क्योंकि दूषित जल व पेय पदार्थों के प्रयोग से दस्त, आंत्रशोध, पीलिया व हैपेटाईटस के होने की संभावनाएं रहती हैं, जोकि समय रहते उपचार न होने से जानलेवा साबित हो सकती है। आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल ने बताया कि बरसात में मच्छरों की तादाद में इजाफा होता है और मलेरिया व डेंगू जैसे रोग की भी संभावना रहती है। बरसात के मौसम में झाड़ियों व घास काटने के दौरान स्क्रब टायफस की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं और यह माईट के काटने से उत्पन्न होता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इन समस्याओं से बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पीने के पानी को 15 मिनट तक उबालें, गले-सड़े फलों व सब्जियों का सेवन न करें और घर के आसपास पानी और खरपतवार को इकठ्ठा न होने दें, ताकि इन बीमारियों का संक्रमण संभव न हो सके।
डाॅ. मित्तल ने जनसाधारण से आह्वान किया है कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति बरसात के मौसम में जागरूक रहें और संक्रमण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से तत्काल संपर्क करें।