शिमला ग्रीष्मोत्सव में दिखाई प्रदेश की संस्कृति, महिला अधिकारों व सामाजिक व्यवस्था को उकेरती विभिन्न फिल्में

शिमला ग्रीष्मोत्सव में दिखाई प्रदेश की संस्कृति, महिला अधिकारों व सामाजिक व्यवस्था को उकेरती विभिन्न फिल्में

अंबिका/शिमला: अंतरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव के तहत प्रदेश की विविध संस्कृति, महिला अधिकारों तथा सामाजिक व्यवस्था को उकेरती विभिन्न फिल्मों का प्रदर्शन आयोजित फिल्म उत्सव में आज गेयटी थियेटर व रिटस सिनेमा में किया गया। पुनीत सहगल द्वारा निर्देशित तथा स्वर्गीय पियूष गुलेरिया की कहानी पर आधारित फिल्म ‘एक और मौत’ ग्रामीण परिवेश के अंतर्गत रिश्तों के उतार चढ़ाव की कहानी है। डा. देवकन्या द्वारा निर्देशित ‘नो वूमेन्ज लैंड’ हिमाचल के दूर दराज के इलाकों में नारी के अधिकार तथा स्त्री विमर्श से जुड़ी अनेक पहलुओं को उजागर करती है। मेलाराम शर्मा द्वारा निर्देशित ‘बूढ़ी दिवाली’ डाॅक्यूमेंटरी फिल्म सिरमौर जिला के पारंपरिक त्यौहार को मनाने के विविध रिवाजों को एक कड़ी में पिरोती हैं। 

 पियूष कंगा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘दोस्त’ का प्रदर्शन गेयटी थियेटर में किया गया, जबकि अजय सकलानी द्वारा निर्देशित सांझ फिल्म का प्रदर्शन रिटज सिनेमा हाॅल में किया गया। ये सभी फिल्में हिमाचल के निर्देशकों द्वारा निर्देशित की गई है। 06 जून को सिद्धार्थ चैहान द्वारा निर्देशित ‘पापा’, पवन शर्मा द्वारा निर्देशित ‘ब्रीणा’, मेलाराम शर्मा द्वारा निर्देशित ‘टवी लाईट जोन’ का प्रदर्शन गेयटी थियेटर में किया जाएगा, जबकि ‘करीम मोहम्मद’ फिल्म का प्रदर्शन रिटस थियेटर में किया जाएगा।

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