किन्नौर: जिले की सांगला वैली में बरूआ इलाके में कोलकाता से आए सात पर्यटक खराब मौसम के चलते फंस गए। इनमें से एक पर्यटक जेवाशीश मेहतू (42) की मौत हो गई। इसके अलावा ग्रुप लीडर रूपम घोष (42) निवासी मध्यग्राम कोलकाता को सेना के चॉपर से सुरक्षित निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांगला में उपचार के बाद रामपुर अस्पताल रेफर किया गया है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बाकी पांच पर्यटकों को सेना, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस की रेस्क्यू टीम सुरक्षित निकालने में जुटी है। कोलकाता के ये पर्यटक शिमला जिले के रोहड़ू से ट्रैकिंग पर निकले थे, लेकिन दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते ये बीच रास्ते में फंस गए।
जानकारी के मुताबिक कोलकाता से आए सात पर्यटकों का दल बारिश और बर्फबारी के कारण शुक्रवार शाम को सांगला वैली के बरुआ इलाके के बुरन दर्रे पर फंस गया। इसकी सूचना पर्यटकों के ग्रुप लीडर ने रोहड़ू की जांगलिक चौकी में दी। उसके बाद रिकांगपिओ से क्यूआरटी के एलएचसी जीवन नेगी, आरक्षी रत्न सागर नेगी, उपदेश नेगी, शुभम नेगी, अमनदीप कुमार, अजमेर सिंह, रिपन सैनी, विक्रम सिंह नेगी और सांगला थाने से मुख्य आरक्षी अरविंद कुमार, बैराग सिंह और आईटीबीपी के जवान बुरन दर्रे के लिए सुबह 8:30 बजे रवाना हुए। दोपहर 12 बजे बचाव दल ने एयरफोर्स के चॉपर से रेस्क्यू कर ग्रुप लीडर रूपम घोष को कुप्पा हेलीपैड पर पहुंचा दिया। वहां से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांगला में प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर अस्पताल रेफर किया गया।