शिमला : राजधानी शिमला के समरहिल के समीप पोर्टरहिल और चैडिवक फॉल में चीड़ के जंगल में मंगलवार देररात लगी आग बुधवार को भी फिर से भड़क उठी। बुधवार को दोपहर बाद चैडविक फॉल की ओर से फिर आग के भड़कने से पोर्टरहिल में बने हट्स चपेट में आ गए। जहाँ करीब एक किलोमीटर के जंगल में लगी इस आग से वन संपदा का नुकसान हुआ है वहीं आग से आसपास के धारकुफर, चैली, बटोल, सनोग और हिणुण गांवों को भी खतरा पैदा हो गया है। जानकारी अनुसार जहाँ वन संपदा को नुकसान हुआ वहीं पोर्टर हिल में बने पर्यटकों के लिए बने हट्स भी इसकी चपेट में आ गए। हालांकि यह हट्स लीज खत्म होने के कारण आजकल खाली पड़े थे। इसमें एक ही हट्स जली है। अन्य 10 को बचा लिया है। लेकिन आग से आधा दर्जन गांवों को भी खतरा पैदा हो गया है। दमकल कर्मचारी आग बुझाने में डटे हुए हैं लेकिन शाम तक जंगल में आग शांत नहीं हो पाई।
सूचना मिलने पर राजधानी के तीनों फायर स्टेशन से तीन वाटर टेंडर और एक क्यूआरवी के साथ मौके पर पहुंचे अग्निशमन और वन विभाग के जवानों ने आग को बुझाने का काम शुरू किया। हट्स वाले क्षेत्र में बड़े वाहन न जा पाने के कारण क्यूआरवी से आग को शांत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आग बुझाने में वन विभाग के आधा दर्जन कर्मियों सहित वन अरण्यपाल आरके गुप्ता, डीएफओ ग्रामीण सुशील राणा, नेरी पंचायत के प्रधान देवेंद्र ठाकुर तथा स्थानीय लोगों ने भी मदद की।