आईजीएमसी मेडिसन विभाग के डॉ. मोक्टा “अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी सर्विस” अवार्ड से सम्मानित

आईजीएमसी मेडिसन विभाग के डॉ. मोक्टा “अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी सर्विस” अवार्ड से सम्मानित

  • डॉ. मोक्टा यह पुरस्कार हासिल करने वाले पहले भारतीय और गैर अमेरिकी चिकित्सक

शिमला: हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. जितेंद्र कुमार मोक्टा जहां एक बेहतरीन डॉक्टर के रूप में जाने जाते हैं वहीं मरीजों के साथ उनका सहानुभूति और मददगार रवैया उन्हें और भी खास बनाता है। हिमाचल के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में सराहनीय स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए भी डॉ. जितेंद्र कुमार मोक्टा की खासी सराहना की जाती है। अब तो इस सराहना की गूंज विदेशों तक भी गूंजने लगी है।  एक बार फिर प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र मोक्टा को “अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी सर्विस अवॉर्ड” प्राप्त हुआ है। एंडोक्राइन हेल्थ में बेहतर सेवाओं के चलते उन्हें यह सम्मान दिया गया है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी की ओर से लॉस एंजल्स में डॉ. मोक्टा को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. मोक्टा यह पुरस्कार हासिल करने वाले पहले भारतीय और गैर अमेरिकी चिकित्सक हैं। डॉ. मोक्टा को यह पुरस्कार अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी के अध्यक्ष की ओर से प्रदान किया गया।

डॉ. मोक्टा यह पुरस्कार हासिल करने वाले पहले भारतीय और गैर अमेरिकी चिकित्सक

डॉ. मोक्टा यह पुरस्कार हासिल करने वाले पहले भारतीय और गैर अमेरिकी चिकित्सक

इस क्षेत्र में सराहनीय सेवाओं के लिए डॉ. मोक्टा पहले भी कई बार सम्मानित हो चुके हैं। पिछले वर्ष डॉ. मोक्टा को अमरीका में प्रतिष्ठित “ऑस्कर ई-एडवर्ड सम्मान” से सम्मानित किया गया था।  वर्ष 2018 और 2019 में एड्रेनल ग्रंथि तपेदिक और विटामिन-डी में मांसपेशियों की कमजोरी पर डॉ. मोक्टा के पत्र को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा पुरस्कार मिल चुका है। डॉ. मोक्टा लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में समय-समय पर शिविर लगाते रहते हैं। डॉ. मोक्टा शिमला के जुब्बल क्षेत्र के रहने वाले हैं। पिछले तीन साल में इनके 15 शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इनमें दस शोधपत्र मधुमेह तथा विटामिन-डी सहित अन्य बीमारियों पर आधारित हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रीनोलॉजी सर्विस” अवॉर्ड से सम्मानित  होना जहां डॉ. मोक्टा और उनके परिवार के लिए गौरव की बात है वहीं हिमाचल के इस बेटे पर पूरे देश को भी गर्व है। डॉ. जितेंद्र कुमार पहले ऐसे भारतीय हैं जिन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह अवार्ड अमरीका के न्यू आर्लेंस लूजियाना में दिया गया।

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