लड़कियां 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में बनाएं अपना कैरियर

लड़कियां 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में बनाएं अपना कैरियर

  • लड़कियां बनें डॉक्टर

लड़कियां मेडिकल क्षेत्र में भी अपना कैरियर बना सकती हैं। मेडिकल के क्षेत्र में वे अपनी पूरी काबिलियत दिखा सकती हैं।

  • प्री-मेडिकल प्री-डेंटल प्रवेश परीक्षा

देश के सभी सीबीएसई संस्थानों के प्री-मेडिकल-प्री-डेंटल पाठयक्रमों में नामांकन हेतु ऑल इंडिया प्री-मेडिकल-प्री-डेंटल प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा में आपके अध्ययन, स्मरण शक्ति, वस्तुनिष्ठ प्रश्र को निश्चित समयावधि में हल करने की दक्षता तथा समय प्रबंधन की क्षमता की जांच की जाती है।

  • शैक्षणिक योग्यता

जो छात्र 12वीं की परीक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी व अंग्रेजी आदि विषयों में पास की हो वह इस परीक्षा में भाग ले सकता है। सामान्य वर्ग के छात्रों का प्रवेश परीक्षा देने के लिए कम से कम 50 प्रतिशत अंक का होना जरूरी है। अनुसूचित व अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए 40 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता है। इस परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। छात्र की आयु 25 से अधिक नहीं होनी चाहिए। छात्र को इस परीक्षा में बैठने के लिए केवल 3 बार ही अवसर दिए जाते हैं। चौथी बार वह इस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता।

  • परीक्षा के चरण

प्रवेश परीक्षा दो चरणों में संपन्न होती है। पहला, प्रारम्भिक परीक्षा और दूसरा, अंतिम परीक्षा। दोनों परीक्षाओं में लगभग एक महीने का अंतर होता है। उसी बीच प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट भी उन छात्रों को ज्ञात हो जाता है, जिन्हें अंतिम परीक्षा देनी होती है। दोनों परीक्षाओं का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:-

  • प्रारंभिक परीक्षा

इस परीक्षा में लड़कियों या अन्य छात्र को एक ही परीक्षा देनी होती है। जिसके प्रश्रपत्र में 200 बहुविकल्पी प्रकार के प्रश्र होते हैं। इसमें फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी से संबंधित प्रश्र पूछे जाते हैं। हर प्रश्र के चार विकल्प दिए रहते हैं, जिनमें से एक सही विकल्प चुनना होता है। प्रश्रोत्तर के लिए मशीन द्वारा खासकर डिजाइन की गई ग्रेडेवल शीट्स पर बॉल पाइंट पेन से जवाब पर निशान लगाना होता है। परीक्षा की अवधि तीन घंटे है।

  • प्रश्रपत्र की भाषा

विद्यार्थी अपनी सरलता के अनुसार प्रश्र पत्र या तो अंग्रेजी में या हिंदी में हल कर सकते हैं। यह विकल्प उनके लिए आवेदन पत्र भरते समय ही पूछा जाता है। परीक्षा देते समय आप भाषा का बदलाव नहीं कर सकते।

  • अंतिम परीक्षा

अंतिम परीक्षा के दो प्रश्र पत्र होते हैं। दोनों परीक्षाओं की अवधि दो-दो घंटे ही होती है। पहले प्रश्र पत्र में फिजिक्स और केमेस्ट्री से संबंधित प्रश्र पूछे जाते हैं। दूसरे प्रश्र पत्र में बायोलॉजी यानि बॉटनी व जूलॉजी से संबंधित प्रश्र पूछे जाते हैं। अंतिम परीक्षा में बोधात्मक प्रश्र पूछे जाते हैं, जिनके जवाब देने के लिए छात्रों को अलग से एक उत्तर शीट दी जाती है।

  • स्कोरिंग एंड मार्किंग

हर प्रश्र तीन अंक का है। हर सही जवाब के लिए तीन अंक दिए जाते हैं और गलत जवाब के लिए एक अंक उसमें से काट लिया जाता है। अगर छात्र जवाब को खाली छोड़ देता है, तो कोई अंक नहीं काटा जाता। यदि एक प्रश्र के लिए दो उत्तर पर निशान लगा दिया हो, तो वह उत्तर गलत मान लिया जाएगा और उस गलत उत्तर के लिए एक अंक काट लिया जाएगा।

  • मेरिट लिस्ट

अंतिम परीक्षा में सफल छात्रों को मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाता है। मेरिट लिस्ट में शामिल छात्रों को 15 प्रतिशत कोटा के अंतर्गत प्रवेश दिया जाता है।

यदि दो या दो से ज्यादा छात्रों के अंतिम परीक्षा में एक समान अंक आते हैं तो प्रवेश परीक्षा के समय जिस छात्र के बायोलॉजी या बोटनी व जूलॉजी में सबसे ज्यादा अंक आए होते हैं, उसका चुनाव किया जाता है। इसके अलावा उम्र, शैक्षणिक योगयता, अन्य मेरिट को भी वरीयता का मानदंड बनाया जाता है। यह क्षेत्र सेवा का है। इसलिए इसमें लड़कियां ज्यादा जाना चाहती हैं। इस क्षेत्र में लड़कियों के लिए अच्छी संभावनाएं भी हैं।

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