- लाभांश चेक, ए.एस. बिंद्रा , निदेशक(वित्त) , गीता कपूर, निदेशक(कार्मिक), ए.के. सिंह, मुख्य महाप्रबंधक तथा एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में भेंट किया गया
- वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए एसजेवीएन ने घोषित किया 589.47 करोड़ रूपए का अंतरिम लाभांश
शिमला: सार्वजनिक क्षेत्र के एसजेवीएन लिमिटेड ने वर्ष 2018-19 के वित्तीय निष्पादन के आधार पर इसके शेयरधारकों को 589.47 करोड़ रूपए (1.50 रूपए प्रति शेयर की दर से ) का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। एसजेवीएन ने कंपनी की 26.85% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 158.25 करोड़ रूपए का अंतरिम लाभांश अदा किया है।
एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा द्वारा शिमला में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को इस लाभांश का चेक भेंट किया गया । लाभांश चेक, ए.एस. बिंद्रा , निदेशक(वित्त) , गीता कपूर, निदेशक(कार्मिक), ए.के. सिंह, मुख्य महाप्रबंधक तथा एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री को चेक भेंट करते हुए नन्द लाल शर्मा ने उन्हें बताया कि कंपनी का प्रबंधन, कुशल पेशेवरों की टीम के साथ कुशलतापूर्वक किया जा रहा है जिससे उसके शेयरधारकों को लाभकारी भुगतान मिल रहा है।हिमाचल प्रदेश सरकार को 1055 करोड़ रूपए के निवेश पर आज तक पहले ही 1643.31 करोड़ रूपए का कुल लाभांश अदा किया जा चुका है । वर्तमान में भारत सरकार कंपनी की 62.44% की शेयरधारक है जबकि हिमाचल प्रदेश सरकार के पास 26.85% तथा पब्लिक के पास 10.71% के शेयर हैं।
शर्मा ने अपने दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की और कहा कि एसजेवीएन 2023 तक 5000 मेगावाट कंपनी , 2030 तक 12000 मेगावाट तथा 2040 तक 25000 मेगावाट कंपनी बनने के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करेगा। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि एसजेवीएन की राज्य के विकास के लिए योगदान देने में सदैव सक्रिय भागीदारी रहेगी। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान शर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि एसजेवीएन चिनाब नदी के बेसिन में सभी जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माणार्थ तैयार है बशर्ते कि सरकार विद्युत की निकासी तथा निष्पादन के लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाओं का विकास करे।
मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश में एसजेवीएन द्वारा निष्पादित की जा रही विभिन्न जलविद्युत परियोजनाओं, जिनमें 1610 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाली लूहरी चरण-I एवं चरण-II , सुन्नी बांध, धौलासिद्ध एवं जंगी थोपन जलविद्युत परियोजनाएं शामिल हैं, के शीघ्र निष्पादनार्थ सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देने के प्रति काफी सकारात्मक लगे।
हिमाचल प्रदेश में परियोजनाएं निष्पादित करने के अलावा एसजेवीएन वर्तमान में नेपाल, भूटान, उत्तराखंड, बिहार तथा गुजरात में परियोजनाएं निष्पादित कर रहा है। इन परियोजनाओं से संचयी विद्युत उत्पादन क्षमता 4798 मेगावाट होगी। वर्तमान में 2000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन करने वाले एसजेवीएन ने पवन विद्युत, ताप विद्युत तथा विद्युत पारेषण के क्षेत्र में पहले ही विविधीकरण कर लिया है।