शिमला: निजी स्कूलों की लूट के खिलाफ छात्र-अभिभावक मंच ने शिक्षा निदेशालय के धरना प्रदर्शन किया। संयोजक विजेंद्र मेहरा, सह संयोजक बिंदु जोशी की अगुवाई में संयुक्त निदेशक के माध्यम से शिक्षा निदेशक और सरकार को 14 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया। प्रदर्शन हरि सिंह पंवर, फालमा चौहान, विकास थापटा, सोनिया सबरवाल, जसबीर कौर, गुरविंद्र कुमार, लक्ष्मी भल्ला, रमेश कुमार, मनविंद्र, लोकेंद्र, संजय और गुरविंद्र कौर सहित अन्य अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा निदेशक और प्रदेश सरकार से निजी विश्वविद्यालय शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर निजी स्कूलों को संचालित और नियंत्रित करने के लिए नियामक आयोग बनाने की मांग की।
निजी स्कूल संचालन को स्थायी नीति बने, जिसमें फीस से लेकर स्कूल संचालन को लेकर नियम बने और पहले से बने आरटीई, केंद्र सरकार और सीबीएसई एचपी बोर्ड आदि के नियमों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित किया जाए। स्कूलों को एनओसी दिए जाने के समय शपथ पत्र भरवाया जाए, जिसमें उन्हें बाध्य किया जाए कि वे शिक्षा और स्कूल संचालन को बनने कानूनों और नियमों का पालन करेंगे। इनकी अनदेखी करने पर निजी स्कूलों की मान्यता रद्द करने का प्रावधान भी हो। मंच पदाधिकारियों को भरोसा दिया गया कि जल्द इस पर सरकार के स्तर पर कोई फैसला ले लिया जाएगा।