कोटखाई : जिला शिमला के कोटखाई की बगहार पंचायत के कोटी गांव में मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आग से सात घरों के अस्सी कमरे राख हो गए। काष्ठकुणी शैली में बने तीन से छह मंजिला मकानों में रह रहे 21 परिवार बेघर हो गए हैं।
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में माना है कि आग रसोई गैस सिलेंडर के लीक होने से लगी। इससे करीब दो करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। हालांकि, जानी नुकसान नहीं हुआ है। सूचना के बाद दमकल कर्मियों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से करीब सात घंटे बाद आग पर काबू पाया।
कोटखाई पुलिस थाना प्रभारी परमजीत सैन ने बताया कि प्रारंभिक छानबीन के अनुसार आग कृष्णा देवी के घर में लगी। उस समय गांव में सभी लोग अपने अपने घरों में सो रहे थे। आग की सूचना के बाद कोटखाई और ठियोग से दमकल वाहन मौके पर पहुंचे, लेकिन लकड़ी के घर होने के कारण आग ने सात घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान एक गाय और 21 परिवारों का सारा सामान राख हो गया।
मुख्य सचेतक व संयोजक जनमंच नरेन्द्र बरागटा ने कोटखाई के कोटी गांव में हुई अग्निकांड की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान करने के प्रषासन को निर्देश दिए। उन्होंने नावर दौरा बीच में ही छोड कर कोटि गॉव में प्रभावितों का कुषलक्षेम पूछा।
उन्होंने बताया कि इस अग्निकांड मे 7 मकान जल गए है जिससे 21 परिवार प्रभावित हुए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक परिवार को एक-एक लाख रूपये सहायता राशि के रूप में प्रदान की गई है। प्रभावितों को कंबल, राशन, तरपाल सहित अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपल्बध की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस अग्निकांड से लगभग 2 करोड़ रूपये का नुकसान आंका गया है।