सिरमौर : कालाअंब-पांवटा साहिब हाईवे पर जुड्डा का जोहड़ में कार में आग लगने से एक व्यक्ति की जिंदा जलकर हुई मौत के मामले में रौंगटे खड़े करने वाला खुलासा हुआ है। यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या का मामला निकला।
बीमा राशि डकारने के लिए पंजाब के डेराबस्सी निवासी आकाश कुमार ने अपने भतीजे के साथ मिलकर अपनी मौत का षड्यंत्र रचा। दुर्घटना में मृत माने जा रहे आकाश कुमार और उसके भतीजे रवि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रवि को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, जबकि आकाश को कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है। इस मामले में और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
चाचा और भतीजे की गिरफ्तारी के बाद एएसपी वीरेंद्र ठाकुर ने नाहन में प्रेस वार्ता में मामले का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार आकाश (42) ने लाखों की बीमा राशि डकारने के लिए अपनी ही मौत का षड्यंत्र रचा।
उन्होंने अपने ही मजदूर राजस्थान के ढोलपुर निवासी राजू को शराब पिलाई और फिर गला घोंटकर उसे अधमरा कर गाड़ी में बिठाकर कालाअंब-पांवटा सड़क पर जुड्डा के जोहड़ के समीप पहुंचाया। यहां तारपीन का तेल छिड़ककर गाड़ी को आग लगा दी। शातिरों ने हत्या की वारदात को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया। बाकायदा जलती कार का वीडियो बनाकर खुद ही शातिरों ने वायरल कर दिया।
अपना ब्रेसलेट निकालकर राजू की कलाई में डाला, ताकि पुलिस समझे कि आकाश की हादसे में जलकर मौत हो गई। इसके बाद पीछे से आ रही भतीजे की गाड़ी में सवार होकर दोनों पंजाब लौट गए। दूसरे दिन परिवार के लोगों ने मृतक की आकाश के रूप में शिनाख्त भी कर दी और पुलिस से डेथ सर्टिफिकेट मांगने लगे। एएसपी वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि तीन दिसंबर को आकाश के भतीजे रवि कुमार निवासी बलटाना (जीरकपुर) की गिरफ्तारी के बाद दुर्घटना में दर्ज मामले को रद्द कर हत्या का मामला दर्ज किया गया।
क्या था मामला: बुधवार सुबह आकाश को पलवल (हरियाणा) से ट्रेन में सफर करते दबोचा गया। इससे पहले वह बिहार भागने में सफल हो गया था। एएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में लगभग 50 लाख रुपये का बीमा आकाश के नाम होने का खुलासा हुआ है। बीमा राशि करोड़ों में भी हो सकती है।
19 नवंबर की रात नाहन के पास जुड्डा का जोहड़ में चलती कार में आग लग गई थी। इस हादसे में चालक सीट पर एक व्यक्ति की जिंदा जलने से मौत हो गई। गाड़ी पंजाब के खरड़ के नरेंद्र कुमार के नाम से पंजीकृत है। हादसे के मृतक की पहचान पंजाब के जीरकपुर के समीपवर्ती डेराबस्सी निवासी आकाश कुमार (42) के रूप में की गई। आकाश के परिवार वाले डेथ सर्टिफिकेट पाने की जल्दी में थे। बार-बार डेथ सर्टिफिकेट मांग रहे थे तो पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने आकाश और रवि की कॉल डिटेल और जली गाड़ी की सीसीटीवी फुटेज निकाली, जिसमें सारी कहानी पता चली। इसके अलावा जिस मजदूर को जलाकर मार डाला था, परिवार वालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसी सिलसिले में पुलिस छानबीन करते नाहन पहुंची थी, जिसमें भी शक की सूई चाचा-भतीजे की ओर घूमी।