- आय बढ़ाने के लिए पीपीपी प्रणाली को अपनाए निगम
शिमला: हि.प्र. कृषि उद्योग निगम सीमित ने वर्ष 2018-19 के लिए 71.06 करोड़ रुपये की बिक्री का लक्ष्य निर्धारित किया है जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 31 करोड़ रुपये अधिक है और इसमें कुल लाभ 129.19 रुपये होगा। यह जानकारी बागवानी मंत्री एवं अध्यक्ष हि.प्र. कृषि उद्योग निगम ने गत सांय शिमला में निगम निदेशक मण्डल के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि निगम के पास राज्य के अनेक स्थानों पर बहुमूल्य ज़मीन उपलब्ध है और निगम को अपनी आय बढ़ाने के लिए निजी सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) प्रणाली को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग के साथ मिलकर संयुक्त रूप से उद्यम स्थापित किए जा सकते हैं। आवश्यकता वाले क्षेत्रों में पेट्रोल पम्पों की स्थापना पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि घाटे से उभरने के लिए अनेक ऐसी संभावनाएं मौजूद हैं जिनका पता लगाकर उपयुक्त दोहन आवश्यक है।
बैठक में अवगत करवाया गया कि निगम पर 1.40 करोड़ रुपये की पिछली देनदारियां है, जिन्हें मौजूदा संसाधनों से पूरा नहीं किया जा सकता और इसके लिए 1.50 करोड़ रुपये के अनुदान की तुरन्त आवश्यकता है। इसका मामला पुनः सरकार को भेजा जाएगा।
बैठक की कार्यवाही का संचालन हि.प्र. एग्रो इण्डस्ट्रीज कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक मदन चौहान ने किया। उन्होंने इस अवसर पर निदेशक मण्डल की 235वीं बैठक की कार्यवाही स्वीकृति हेतु प्रस्तुत की। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए बजट अनुमोदन तथा स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया।