शिमला की सबसे बड़ी पार्किंग का लोकार्पण, 800 से ज्यादा छोटे वाहनों के पार्किंग की होगी सुविधा

  • मुख्यमंत्री ने की शिमला शहर को 90 करोड़ रुपये की दो बड़ी परियोजनाएं समर्पित
  • शिमला में मैगा कार पार्किंग परिसर का किया लोकार्पण
  • आम जनता की सुविधा के लिए यहां मूलभूत सुविधाएं होंगी उपलब्ध
  • सभी परियोजनाएं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. धूमल के नेतृत्व में तत्कालीन सरकार द्वारा करवाई गई थी स्वीकृत : सुरेश भारद्वाज

शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज राज्य के लोगों, विशेषकर शिमला शहर के लिए 90 करोड़ रुपये की दो बड़ी परियोजनाएं समर्पित की। इन परियोजनाओं में आईएसबीटी के समीप टुटीकण्डी 82 करोड़ रुपये की कार पार्किंग तथा द माल शिमला में 8 करोड़ रुपये की लागत से नवीनीकृत टाउन हॉल शामिल हैं। 13 मंजिला इस कार पार्किंग परिसर में 850 छोटे वाहनों के साथ-साथ चार बसों की पार्किंग की सुविधा होगी। आम जनता की सुविधा के लिए यहां मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी।

आईएसबीटी के समीप कार पार्किंग के लोकार्पण के उपरान्त मीडिया तथा अन्य को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार पार्किंग शिमला शहर में पर्यटक वाहनों के दबाव को कम करने में मद्दगार सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह पार्किंग परिसर शिमला शहर में सबसे बड़ी परियोजना है। उन्होंने कहा कि देश विदेश से सेलानी शिमला आते हैं, लेकिन उन्हें अपने वाहनों की पार्किंग के लिए काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जय राम ठाकुर ने कहा कि पर्यटन विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार बाह्य वित्तपोषण के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि अनछुए व दूरवर्ती क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने पर मुख्य रूप से बल दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टाउन हॉल शिमला एक अन्य महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसे आज राज्य के लोगों के लिए समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक गेयटी थियेटर भवन के अलावा टाउन हॉल भवन शहर की शान है। उन्होंने कहा कि बैटनी कैसल शिमला के पुनरूद्वार के लिए एशियन विकास बैंक की सहायता से 26 करोड़ रुपये की परियोजना कार्यान्वित की जा रही है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध शून्य सहिष्णुता की नीति को अपना रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के निर्माण की गुणवत्ता पर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस उददेश्य से मुख्यमंत्री के कार्यालय में गुणवत्ता नियंत्रण प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एडीबी के कन्ट्री निदेशक केनिची योकोयामा तथा अन्य सदस्यों को सम्मानित किया।

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के लोगों को समर्पित की गई ये दो परियोजनाएं राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक टाउन हॉल शहर की ऐतिहासिक तथा स्मारक ईमारत है। उन्होंने कहा कि आज समर्पित की गई सभी परियोजनाएं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में तत्कालीन सरकार द्वारा स्वीकृत करवाई गई थी।

अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य के लोगों विशेषकर शिमला शहर के लिए आज यह ऐतिहासिक दिन है जब मुख्यमंत्री द्वारा 90 करोड़ रुपये की दो बड़ी परियोजनाएं समर्पित की गई हैं।

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