जननी सुरक्षा योजना से संस्थागत प्रसव की दर में बढ़ौतरी

  • शिशु मृत्युदर में आई कमी: डॉ. चंदेल
  • जननी सुरक्षा योजना से संस्थागत प्रसव की दर में महत्वपूर्ण बढ़ौतरी
  • विश्वभर में जन्म से 28 दिन के भीतर 2 करोड़ 80 लाख बच्चों की मृत्यु
  • नई दिल्ली में भारतीय नवजात बच्चे के लिए कार्य योजना की गई शुरूआत
  • अगामी तीन वर्षों में मोबाइल संपर्कता रहित 55 हजार गांवों को मोबाइल से जायेगा जोड़ा
  • देश की लगभग 2 लाख 50 हजार पंचायतों को ब्रोडबैंड की दी जायेगी सुविधा
नई दिल्ली में भारतीय नवजात बच्चे के लिए कार्य योजना की गई शुरूआत

नई दिल्ली में भारतीय नवजात बच्चे के लिए कार्य योजना की गई शुरूआत

शिमला: जन सूचना अभियान का तीसरा एवं अंतिम दिन स्वास्थ्य तथा समेकित बाल विकास सेवाओं को समर्पित रहा। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. यशवंत चंदेल ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की जानकारी दी। स्वास्थ्य स्कीमों पर जानकारी देते हुए डॉ. चंदेल ने बताया कि जननी सुरक्षा योजना से संस्थागत प्रसव की दर में महत्वपूर्ण बढ़ौतरी हुई है तथा जच्चा बच्चा मृत्युदर कम करने में सहायता मिली है।

स्वास्थ्य संबंधी सरकार की नई पहल का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि विश्वभर में जन्म से 28 दिन के भीतर 2 करोड़ 80 लाख बच्चों की मृत्यु हो जाती है भारत में प्रति वर्ष 7 लाख नवजात शिशु मृत्यु की गोद में पंहुच जाते है। उन्होंने बताया कि नवजात शिशु मृत्यु दर को आगामी कुछ वर्षों में एकलअंक में लाने के लिए कल ही नई दिल्ली में भारतीय नवजात बच्चे के लिए कार्य योजना की शुरूआत की गई है। मौजूदा समय में नवजात शिशु मृत्युदर 1 हजार के पीछे 28 है। केन्द्रीय मंत्री मंडल द्वारा स्वीकृत किये गये डिजीटल भारत कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कार्यक्रम के संचालन अधिकारी तारा सिंह ने बताया कि अगामी तीन वर्षों में मोबाइल संपर्कता रहित 55 हजार गांवों को मोबाइल से जोड़ा जायेगा। देश की लगभग 2 लाख 50 हजार पंचायतों को ब्रोडबैंड सुविधा दी जायेगी। डिजीटल भारत कार्यक्रम से सरकारी सेवाओं को तीव्रता से लोगों तक पंहुचाने में सहायता मिलेगी। महिला एवं बाल विकास अधिकारी मीना सूद समेकित बाल विकास सेवाओं के अंतर्गत बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी।

स्वयं सहायता समूह स्थापित करने संबंधी जानकारी देते हुए महिला स्वयं सहायता समूह को बैंकों द्वारा दिये जा रहे कर्ज पर ब्याज दर 9 प्रतिशत से कम करने की मांग की। इसके आलावा बागवानी पर हॉर्टिकल्चर के एसएमएस उज्जागर सिंह, कृषि पर डीआर राजू एग्रीकल्चर एसएमएस, स्वंय सहायता समूहों पर जिला समन्वयक अरुण कुमार शर्मा ने भी अपने-अपने विषय पर व्याख्यान दिया। अभियान के संचालन अधिकारी तारा सिंह ने अभियान में सहयोग देने तथा सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन, विभिन्न विभागों, राजगढ़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तथा क्षेत्र के लोगों का धन्यवाद किया। गीत एवं नाटक प्रभाग के कलाकारों के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां देकर जनसमूह को मंनोरंजक ढंग से जानकारियां दीं।

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