- एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को भेंट किया चेक
- नंद लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री का एसजेवीएन को जंगी थोपन जलविद्युत परियोजना आबंटित करने के लिए किया धन्यवाद
- एसजेवीएन ने वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 864.56 करोड़ रुपए का कुल लाभांश घोषित किया
शिमला : विद्युत मंत्रालय के अधीन एक मिनी रत्न एवं शेड्यूल ‘ए’ सीपीएसयू के रूप में स्थापित एसजेवीएन लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए इसके वार्षिक वित्तीय निष्पादन के आधार पर इसके शेयरधारकों को 864.56 करोड़ रुपए का कुल लाभांश अदा किया है।
कंपनी ने मार्च 2018 में कंपनी में 26.85% इक्विटी धारक हिमाचल प्रदेश सरकार को 200.45 करोड़ रुपये का अंतरिम लाभांश पहले ही अदा कर दिया है।
एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्द लाल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को शिमला में वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 21.10 करोड़ रुपए का अंतिम लाभांश चेक भेंट किया। इस अवसर पर एसजेवीएन के निदेशक(वित्त), ए.एस.बिन्द्रा, निदेशक(विद्युत), आर.के.बंसल, निदेशक (सिविल), कंवर सिंह, तथा निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री को चेक भेंट करते हुए नंद लाल शर्मा ने उन्हें बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने एसजेवीएन में 1055.01 करोड़ रुपए की इक्विटी का निवेश किया है तथा इस लाभांश भुगतान के साथ एसजेवीएन आज की तारीख तक हिमाचल प्रदेश सरकार को संचित तौर पर 1485.06 करोड़ रुपए का लाभांश अदा कर चुका है। बैठक के दौरान नंद लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री का एसजेवीएन को 780 मेगावाट की जंगी थोपन जलविद्युत परियोजना आबंटित करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि एसजेवीएन के पास विशिष्ट हिमालयन भू-गर्भीय क्षेत्र में जलविद्युत परियोजनाओं को निष्पादित करने के लिए सभी आवश्यक स्त्रोत तथा विशेषज्ञता उपलब्ध है तथा आश्वस्त किया कि एसजेवीएन परियोजना को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने के लिए पूरे प्रयास करेगा।
शर्मा ने यह भी बताया कि, जल विद्युत एसजेवीएन की मूल शक्ति का आधार है तथा हिमाचल प्रदेश में परियोजनाओं को निष्पादित करने के अलावा; एसजेवीएन नेपाल, भूटान और उत्तराखंड में परियोजनाएं निष्पादित कर रहा है। इसके अलावा, एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, पावर ट्रांसमिशन और ताप विद्युत के क्षेत्र में प्रवेश किया है। कंपनी अपनी परिचालन परियोजनाओं यथा 1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी जल विद्युत स्टेशन, 412 मेगावाट के रामपुर जल विद्युत स्टेशन, 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना, 38 मेगावाट की सादला पवन विद्युत परियोजना तथा 5.6 मेगावाट के चरंका सौर ऊर्जा स्टेशन से वर्तमान में लगभग 2003.2 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रही है।