केन्द्रीय विद्युत सचिव ने किया एसजेवीएन की रामपुर एचपीएस की बाढ़ चेतावनी प्रणाली का उद्घाटन

केन्द्रीय विद्युत सचिव ने किया एसजेवीएन की रामपुर एचपीएस की बाढ़ चेतावनी प्रणाली का उद्घाटन

  • एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने दी जानकारी : नदी के जल स्तर बढ़ने पर बाढ़ चेतावनी प्रणाली द्वारा सतलुज नदी के किनारे 15 कि.मी. तक दी जा सकती है चेतावनी
  • : प्रणाली के तहत 5 दूरवर्ती स्थानों पर लगाए गए हैं अत्याधुनिक लाऊड स्पीकर व सायरन
  • : जो जल स्तर के बढ़ने पर स्वतः हो जाएंगे सक्रिय, इस प्रणाली के लगने से जानमाल की होने वाली क्षति से बचा जा सकेगा

शिमला: केन्द्रीय विद्युत सचिव अजय कुमार भल्ला (आईएएस) ने एसजेवीएन की रामपुर एचपीएस का दौरा किया और नंद लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसजेवीएन की उपस्थिति में रामपुर एचपीएस की बाढ़ चेतावनी प्रणाली का उद्घाटन किया ।

एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने दी जानकारी : नदी के जल स्तर बढ़ने पर बाढ़ चेतावनी प्रणाली द्वारा सतलुज नदी के किनारे 15 कि.मी. तक दी जा सकती है चेतावनी

एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने दी जानकारी : नदी के जल स्तर बढ़ने पर बाढ़ चेतावनी प्रणाली द्वारा सतलुज नदी के किनारे 15 कि.मी. तक दी जा सकती है चेतावनी

एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने बाढ़ चेतावनी प्रणाली के बारे में अवगत करवाते हुए बताया कि सतलुज नदी के जल स्तर बढ़ने पर इस बाढ़ चेतावनी प्रणाली द्वारा सतलुज नदी के किनारे 15 किमी तक चेतावनी दी जा सकती है।  इस प्रणाली के तहत 5 दूरवर्ती स्थानों पर अत्याधुनिक लाऊड स्पीकर व सायरन लगाए गए हैं जो जल स्तर के बढ़ने पर स्वतः सक्रिय हो जाएंगे और इस प्रणाली के लगने से जानमाल की होने वाली क्षति से बचा जा सकेगा।

इस अवसर पर गांव  बायल के प्रधान पाल राम ने भी स्थानीय रीति रिवाज से सचिव का स्वागत किया एवं बाढ़ चेतावनी प्रणाली लगने पर आभार प्रकट किया।

इसके उपरान्त नंद लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, निदेशक मंडल और परियोजना प्रमुख (रामपुर एचपीएस) के साथ भल्ला ने परियोजना के विभिन्न इकाईयां टरबाईन, जेनरेटर मशीन, गैस इंस्यूलेटेड स्विचयार्ड एवं बटर फ्लाई वाल्व का जायजा लिया।

अजय कुमार भल्ला ने एसजेवीएन प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए इस बाढ़ चेतावनी प्रणाली एवं रामपुर एचपीएस विद्युतगृह के प्रचालन और अनुरक्षण कार्यों की सराहना की।

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