अखण्ड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकले मोती’ : सीएम ने किया नाम रोशन करने वाले पुराने छात्रों को सम्मानित करने के लिए योजना का शुभारम्भ

  • बगस्याड़ स्कूल भवन के निर्माण के लिए 1 करोड़ की घोषणा

मंडी : मुख्यमंत्री ने आज मण्डी जिले के सिराज क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगस्याड़ में महत्वाकांक्षी योजना ‘अखण्ड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकले मोती’ का शुभारम्भ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि योजना के अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों में नाम अर्जित करने वाले पुराने विद्यार्थियों के नाम स्कूल के सूचना पट्ट पर अंकित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थी उनके जीवन से प्रेरणा लेकर और अधिक कठिन परिश्रम के लिए प्रेरित होकर जीवन में उत्कृष्टता हासिल कर सकें। हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है और राज्य साक्षरता दर में देशभर में केरल के बाद दूसरे स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018-19 के बजट में राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए 30 नई योजनाएं आरम्भ की हैं। उन्होंने कहा कि अखण्ड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकले मोती भी उनमें से एक है, जो जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में नाम अर्जित करने वाले पुराने छात्रों को सम्मानित करने के लिए आरम्भ की गई है।

मुख्यमंत्री ने स्कूल के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि स्कूली जीवन, जीवन का सर्वश्रेष्ठ हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वह अपने स्कूल जीवन के दौरान बगस्याड़ पहुंचने के लिए नौ घण्टे पैदल चल कर पहुंचते थे, जबकि आज की परिस्थितियां बिल्कुल विपरित हैं। आज राज्य के दूर दराज के क्षेत्रों में भी शिक्षण संस्थान हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 500 प्रतिभावान विद्यार्थियों को आईएएस, एचएएस, नीट, जेई, आईआईटी इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए मेधा प्रोत्साहन योजना आरम्भ की है। योजना के तहत एक लाख रुपये की राशि प्रति विद्यार्थी उपलब्ध करवाई जाएगी।

जय राम ठाकुर ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के करियर को आकार देने में स्कूल व अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का दायित्व बनता है कि हम उस संस्थान को कुछ योगदान अवश्य करें। इससे न केवल संस्थान को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी, बल्कि संस्थान के विद्यार्थी बेहतर करने के लिए प्रेरित भी होंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं आरम्भ की जा रही हैं, क्योंकि सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं की उपलब्धता न होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिल करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करने के लिए प्रेरित होंगे।

जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर आरम्भ की गई योजना के तहत स्कूल ऑनर बोर्ड पर अंकित किए गए विद्यार्थियों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अखण्ड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकले मोती पर डाईट द्वारा तैयार किए गए दिशा-निर्देशां पर आधारित पुस्तिका का भी विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना’ के तहत लाभार्थियों को निःशुल्क गैस कनेक्शन भी प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर विद्यार्थियों से बातचीत की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्कूल को जोड़ने वाली सड़क की मैटलिंग करने तथा स्कूल मैदान के विस्तार के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्कूल में स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बगस्याड़ स्कूल के अतिरिक्त भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये की घोषणा की। उन्होंने बगस्याड़ बाजार के लिए 10 सोलर लाईटों की भी घोषणा की। उन्होंने स्कूल के लिए निजी तौर पर 5100 रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।

उन्होंने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को अपनी ऐच्छिक निधि से 31000 रुपये प्रदान करने की भी घोषणा की।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने 4.56 करोड़ रुपये की लागत से पूरे होने वाले बगस्याड़-थुनाग वाया रैणगलू सड़क (द्वितीय चरण) के सुधार एवं स्त्तरोन्यन के लिए भूमि पूजन किया। ग्राम पंचायत शारण में 44.36 लाख रुपये की उठाऊ सिंचाई योजना सुनस का लोकार्पण किया, बगस्याड़ में 90 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नव-सृजित लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता के कार्यालय एवं आवासीय भवन की आधारशिला रखी, 125.90 लाख रुपये की लागत से बगस्याड़-कांढा-बडीण सड़क (द्वितीय चरण) के सुधार एवं स्त्तरोनयन के लिए भूमि पूजन तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगस्याड़ के अतिरिक्त खण्ड का उद्घाटन किया। उन्होंने स्कूल में प्री-प्राथमिक कक्षाएं आरंभ करने की भी शुरूआत की और साथ ही उन्होंने पाठशाला परिसर में एक पौधा भी रोपा।

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री के सपनों की परियोजना थी और इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने जीवन में नई उंचाईयां हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम के कुशल नेतृत्व में राज्य का भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने वाले पुराने विद्यार्थियों को अपने शिक्षण संस्थान के विकास व सुदृढ़ीकरण में योगदान करना चाहिए।

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