बड़ा भंगाल: बर्फबारी में फंसे भेड़ पालकों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर ने भरी उड़ान, लोगों तक पहुंचाया राशन

धर्मशाला: धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं पर आकस्मिक एवं अचानक हुई बर्फबारी के कारण इन क्षेत्रों में फंसे भेड़ पालकों को रेस्क्यू करने के लिए कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल क्षेत्र के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने वीरवार को उड़ान भरी। हेलीकॉप्टर ने सुबह आठ बजे गगल से उड़ान भरी। जिसमें कांगड़ा के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, जिला लोक सम्पर्क अधिकारी, चिकित्सक, एसडीएम बैजनाथ के अधिकारी भी मौजूद थे। टीम में शामिल एक स्थानीय जानकारी ने जालसू, कालीहनी, थमसर पास और मुरालधार में उड़ान के दौरान इलाके की जानकारी दी। हेलीकाप्टर का प्रस्तावित मार्ग गगल हवाई अड्डा, कांगड़ा-जालसू पास-बड़ा भंगाल (अल्प ठहराव), थमसार पास-खलीहाणी पास-बड़ा  भंगाल-जलसू पास-गगल हवाई अड्डा रहा।

बर्फीले तूफान की वजह से फंसे भेड़पालकों के 20 से 22 झुंड दिखाई दिए। इन भेड़पालकों के साथ हजारों की तादाद में मवेशी भी मौजूद हैं। उनमें से किसी ने भी एयरलिफ्ट करने का संकेत नहीं दिखाया। वहीं, बर्फीले तूफान की चपेट में आने से जान गंवाने वाले भेड़पालक का शव भी नहीं निकाला जा सका। स्थानीय इंद्र गोपाल ने हेलीकॉप्टर में उड़ान के दौरान वह जगह भी बताई जहां चरवाहे राकेश की मौत हो गई थी। चूंकि हेलीकॉप्टर उतारना संभव नहीं हो पाया, ऐसे में शव भी नहीं निकाला जा सका। रेस्क्यू ऑपरेशन पर गए हेलीकॉप्टर से वापसी पर बड़ा भंगाल की एक बुजुर्ग महिला मरीज को एयरलिफ्ट किया गया। 70 वर्षीय बिम्मो देवी को इलाज के लिए कांगड़ा लाया गया।

 उपायुक्त कांगड़ा संदीप कुमार ने बताया कि बड़ा भंगाल की पहाड़ियों में भेड़पालक सुरक्षित हैं। उन्हें खाने पीने का सामान पहुंचा दिया गया है। बड़ा भंगाल के आसपास क्षेत्र में चरवाहों के 20-22 झुंड हैं। संदीप कुमार बताया कि बड़ा भंगाल में उतर कर स्थानीय लोगों से बातचीत की गई है। लोगों तक राशन पहुंच गया है। हेलीकॉप्टर के जरिये भी करीब 350 किलो राशन उपलब्ध करवाया गया है।

 

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *