हेल्‍पएज इंडिया द्वारा एसजेवीएन फाऊंडेशन “गोल्‍ड प्‍लेट अवार्ड” से सम्‍मानित

  • पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा को नई दिल्‍ली में प्रदान किया अवार्ड
  • एसजेवीएन कर रहा नियमित रूप से विशेषज्ञ स्‍वास्‍थ्‍य शिविरों तथा आयुर्वेदिक स्‍वास्‍थ्‍य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन
  • वर्तमान में एसजेवीएन हिमाचल, उत्‍तराखण्‍ड, बिहार व महाराष्‍ट्र में 14 मोबाईल मेडिकल यूनिटें कर रहा प्रचालित : नन्‍द लाल शर्मा

शिमला: एसजेवीएन फाऊंडेशन को हेल्‍पएज इंडिया द्वारा ” गोल्‍ड प्‍लेट अवार्ड” से सम्‍मानित किया गया है। यह अवार्ड भारत के भूतपूर्व राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा को नई दिल्‍ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया। इस अवसर पर एसजेवीएन से अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारियों सहित मुख्‍य महाप्रबंधक डी.पी. कौशल भी उपस्थित थे।

एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्‍द लाल शर्मा ने बताया कि हेल्‍पएज इंडिया ने एसजेवीएन फाऊंडेशन की स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में की गई विभिन्‍न पहलों को मान्‍यता प्रदान की है। उन्‍होंने बताया कि वर्तमान में एसजेवीएन हिमाचल प्रदेश, उत्‍तराखण्‍ड, बिहार तथा महाराष्‍ट्र राज्‍यों में 14 मोबाईल मेडिकल यूनिटें प्रचालित कर रहा है। ये मोबाईल मेडिकल यूनिटें 5.5 लाख से अधिक रोगियों के घर-द्वार तक पहुंची है। एसजेवीएन नियमित रूप से विशेषज्ञ स्‍वास्‍थ्‍य शिविरों तथा आयुर्वेदिक स्‍वास्‍थ्‍य जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रहा है तथा इन शिविरों एवं कार्यक्रमों से 60,000 से अधिक व्‍यक्ति लाभान्वित हुए हैं। इसके अलावा एसजेवीएन इन्‍टीग्रटेड मस्‍कुलर डिस्‍ट्रॉफी इंस्‍ट्टीट्यूट के निर्माण के लिए वित्‍तीय सहायता तथा अलीमको के माध्‍यम से अक्षम व्‍यक्तियों को सहायता एवं सहायक उपकरण उपलब्‍ध करा रहा है।

एसजेवीएन इसके प्रचालन के क्षेत्रों तथा इसके इर्द-गिर्द सीएसआर गतिविधियों को निष्‍पादित कर रहा है तथा हितधारकों की जीवन गुणवत्‍ता में सुधार के लिए महत्‍वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि एसजेवीएन इसकी सीएसआर तथा सततशीलता परियोजनाएं छह कार्यक्षेत्रों नामत: स्‍वास्‍थ्‍य एवं स्‍वच्‍छता, शिक्षा एवं कौशल विकास, सततशील विकास, ढांचागत एवं सामुदायिक विकास, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता, संस्‍कृति, धरोहर एवं खेलों को भी बढ़ावा दे रहा है।

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