राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड स्कॉच ग्रुप द्वारा नई दिल्ली में दो पुरस्कारों से सम्मानित

  • राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को “स्कॉच पर्यावरण पुरस्कार” तथा “स्कॉच ऑर्डर ऑफ मैरिट पुरस्कार”
  • बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. परूथी ने दिल्ली में ग्रहण किए दोनों पुरस्कार

शिमला : स्कॉच ग्रुप द्वारा नई दिल्ली में आयोजित स्कॉच शिखर सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को दो पुरस्कार “स्कॉच पर्यावरण पुरस्कार” तथा “स्कॉच ऑर्डर ऑफ मैरिट पुरस्कार” प्रदान किये गए। यह पुरस्कार राज्य बोर्ड की तरफ से हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. आर. के. परूथी ने ग्रहण किए।

इसकी घोषणा स्कॉच ग्रुप द्वारा 1 सितम्बर 2018 को हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को स्कॉच अवार्ड के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयन कर की गई थी। जिसके चलते बीते बुधवार (19 सितम्बर को) स्कॉच ग्रुप द्वारा नई दिल्ली के कॉस्टिच्युसन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित स्कॉच शिखर सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को दो पुरस्कार “स्कॉच पर्यावरण पुरस्कार” तथा “स्कॉच ऑर्डर ऑफ मैरिट पुरस्कारप्रदान किये गये।

राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को “स्कॉच पर्यावरण पुरस्कार” तथा “स्कॉच ऑर्डर ऑफ मैरिट पुरस्कार”

राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को “स्कॉच पर्यावरण पुरस्कार” तथा “स्कॉच ऑर्डर ऑफ मैरिट पुरस्कार”

यह पुरस्कार राज्य बोर्ड द्वारा राज्य के आठ शहरों में पापा (वायु उपशमन पौधारोपण अभियान) के अन्तर्गत उच्च वायु प्रदूषण नियन्त्रण के क्षेत्र में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम के लिए राष्ट्रीय पहचान के रूप में दिए गये हैं।

  • वायु प्रदूषण रोकथाम पौधारोपण अभियान, PAPA ((Pollution Abating Plants Abhiyan)

वायु प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड ने अपने नॉन अटैन्मैट शहरों की पहचान के कार्यक्रम (Non Attainment Cities/ Towns Programme) के तहत हिमाचल प्रदेश में सात शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर तय सीमा से 2011 से 2015 के मध्य अधिक पाया गया तथा हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।

इस बढ़ते प्रदूषण को कम करने हेतु राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड ने सभी हितधारकों के साथ वायु प्रदूषण रोकथाम पौधारोपण अभियान, जिसे PAPA (Pollution Abating Plants Abhiyan) नाम दिया गया, को चलाने का निर्णय लिया गया, जिसके अन्तर्गत राज्य में कुल मिलाकर आठ स्थानों पर जैसे कि बद्दी, नालागढ़, परवाणु, पौंटा साहिब, काला अम्ब, सुन्दरनगर, डमटाल तथा राज्य बोर्ड ने एक और औद्योगिक क्षेत्र ऊना जहां वायु का प्रदूषण अधिक मापा गया, को शामिल कर बड़े पैमाने पर वायु शोधक पौधे लगाने का निर्णय लिया गया, जिसका शुभारम्भ मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर के कर कमलों द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के शुभअवसर पर जिला मण्डी के सुन्दरनगर में 5 जून 2018 को बेल का पौधा लगाकर किया गया।

हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के सदस्य सचिव डा. आर. के. परूथी ने बताया कि तत्पश्चात राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड द्वारा इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रजातियों के 22 तरह के वाहृय वायु शोधक पौधे तथा 18 प्रजातियों के घर के अन्दर लगाने वाले पौधे की पहचान कर राज्य के उन आठ जगहों पर जहां वायु प्रदूषण का स्तर तय सीमा से अधिक पाया गया, लगाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत अभी तक 2 लाख से अधिक वायु शोधक पौधों का रोपण किया गया है और यह कार्यक्रम लगातार चल रहा है।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *