ऑनलाइन घटना प्रतिक्रिया प्रणाली प्रशिक्षण और रासायनिक आपदाओं पर बैठक आयोजित

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राज्य में आयोजित करेगा ‘समर्थ’ जागरूकता अभियान : डी.सी. राणा

  • अभियान की कड़ी में जिला व राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम व गतिविधियां होंगी आयोजित: विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन डी.सी. राणा 
  • जागरूकता गतिविधियों के अलावा समर्थ-2018 के लिए उठाए नए कदम
  • विभिन्न प्रकार के खतरों को दर्शाने वाली कहानियों के लिए होंगी प्रतियोगिताएं
  • श्रेष्ठ प्रविष्टियों को प्रकाशन में किया जाएगा संकलित, जिसके लिए दिए जाएंगे पुरस्कार
  • प्राधिकरण हिमाचल डीआरआर लीडरशिप अवार्ड-2018के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में आपदा तैयारियों, प्रतिक्रिया, इससे उभरने व उपायों के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें करेगा सुविधा प्रदान
  • शिमला में 12 व 13 अक्तूबर को उत्पादों, तकनीकी, आपदा तैयारियों एवं प्रतिक्रिया से सम्बद्ध उपकरणों की लगाई जाएगी प्रदर्शनी

शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 1 से 13 अक्तूबर तक जागरूकता एवं क्षमता निर्माण अभियान ‘समर्थ-2018’ का आयोजन कर रहा है। अभियान की कड़ी में जिला व राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज यहां विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन डी.सी. राणा की अध्यक्षता में एक एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आपदा प्रबंधन के लिए सभी विभागों, जिला प्रशासन तथा नगर निगम शिमला के नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।

जागरूकता गतिविधियों के अलावा समर्थ-2018 के लिए उठाए नए कदम

जागरूकता गतिविधियों के अलावा समर्थ-2018 के लिए उठाए नए कदम

इस अवसर पर डी.सी. राणा ने कहा कि वर्ष 2011 में शुरू हुआ समर्थ अभियान राज्य, जिला तथा सामुदायिक स्तर पर चलाया जा रहा है तथा प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ व राजस्व विभाग द्वारा हर वर्ष विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसके लिए सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण सामग्री बड़े पैमाने पर तैयार की गई है तथा आपदा जोखिम को कम करने के लिए जानकारी व समझ बढ़ाने के लिऐ विभिन्न लक्षित समूहों में बांटा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अग्नि सुरक्षा पर मॉक ड्रिल के आयोजन के अलावा स्कूलों में नारा लेखन प्रतियोगिता, आपदा पर प्रश्नोत्तरी, पोस्टर बनाना तथा निबंध लेखन प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी।

राणा ने कहा कि जागरूकता गतिविधियों के अलावा समर्थ-2018 के लिए नए कदम उठाए गए हैं। विभिन्न प्रकार के खतरों को दर्शाने वाली कहानियों के लिए प्रतियोगिताएं होंगी। श्रेष्ठ प्रविष्टियों को प्रकाशन में संकलित किया जाएगा और इसके लिए पुरस्कार भी दिए जाएंगे। प्राधिकरण ‘हिमाचल डीआरआर लीडरशिप अवार्ड-2018’ के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में आपदा तैयारियों, प्रतिक्रिया, इससे उभरने व उपायों के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें सुविधा प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि प्राधिकरण आपदा तैयारियों एवं प्रतिक्रिया के लिए नवाचार प्रतिकृति के विकास के लिए प्रतिस्पर्धा भी आयोजित करेगा। उत्कृष्ट प्रविष्टियों को 13 अक्तूबर को पुरस्कृत किया जाएगा। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सहयोग से सभी उपमण्डलों में आपदा प्रबन्धन पर जन जागरूकता उत्पन्न करने के लिए नुक्कड़ व नाटकों का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया, आग बुझाना, खोज एवं बचाव के लिए बाजार में उपलब्ध विभिन्न उपकरणों को प्रदर्शित करने के लिए शिमला में 12 और 13 अक्तूबर को उत्पादों, तकनीकी, आपदा तैयारियों एवं प्रतिक्रिया से सम्बद्ध उपकरणों की एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

शिमला में आम जनमानस के लिए पहली बार आग बुझाने वाले यंत्रों के प्रयोग, विभिन्न प्रकार की गांठों को बांधना, चिकित्सा प्राथमिक उपचार, आधुनिक तरीके से बचाव इत्यादि पर प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जाएगा।

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