लडभड़ोल (मंडी): भारतीय वायुसेना के पायलट कार्तिक ठाकुर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बैजनाथ के महाकाल श्मशान घाट पर किया गया। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को गांव लाहला लाया गया था। कार्तिक को सैंकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। कार्तिक के चचेरे भाई ओजस ठाकुर ने चिता को मुखाग्नि दी। वहीं जवानों ने हवाई फायर करके कार्तिक को सलामी दी।
इस दौरान सांसद राम स्वरूप शर्मा, जोगिंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा और बैजनाथ के विधायक मुल्खराज प्रेमी के अलावा प्रशासन की ओर से एसडीएम जोगिंद्रनगर और बैजनाथ भी मौजूद रहे।
मंगलवार सुबह कार्तिक के शव को कोलकाता से उनके गांव लाहला लाया गया था। वायुसेना के आधिकारिक बयान में कार्तिक की मौत की वजह हादसा बताई है। लेकिन इसका खुलासा होना अभी बाकि है। हैदराबाद में पोस्टेड कार्तिक ट्रेनिंग के सिलसिले में कोलकाता आए थे। कार्तिक ठाकुर के परिजनों ने अपने बेटे की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। 23 वर्षीय कार्तिक ठाकुर मंडी जिला की लड़भड़ोल तहसील के लाहला गांव का रहने वाले थे और कोलकाता में वायुसेना में बतौर फ्लाइंग ऑफिसर तैनात थे। रविवार को उनकी मौत हो गई।
परिजनों का कहना है 24 वर्षीय कार्तिक फरवरी में बतौर पायलट वायु सेना में चयनित हुए थे। कार्तिक दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात वायु सेना में पायलट बना था तथा उसकी नियमित पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी। मृतक के पिता बीएसएफ में तैनात हैं व दादा अमर सिंह हिमाचल पुलिस में डीएसपी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। कार्तिक की दादी कमला देवी लाहला पंचायत की प्रधान हैं।