- भारत सरकार के राजभाषा विभाग द्वारा प्रतिवर्ष दिए जाते हैं राजभाषा कीर्ति पुरस्कार
- उप-राष्ट्रपति द्वारा एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा को प्रदान किया यह पुरस्कार
शिमला: राजभाषा हिन्दी के प्रयोग एवं प्रसार की दिशा में भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के मध्य किए गए प्रयासों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से गृह मंत्रालय, भारत सरकार के राजभाषा विभाग द्वारा प्रतिवर्ष राजभाषा कीर्ति पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। एसजेवीएन लिमिटेड को वर्ष 2017-18 के दौरान राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्यान्वयन के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार के तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
आज हिन्दी दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में भारत के उप-राष्ट्रपति, वेंकैया नायडू द्वारा एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्द लाल शर्मा को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस दौरान माननीय केन्द्रीय गृह मंत्री, राजनाथ सिंह तथा केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री, किरण रिजिजू भी उपस्थिति रहे। विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन एसजेवीएन, भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार की संयुक्त उपक्रम और मिनी रत्नः श्रेणी-1 एवं शेड्यूल ‘ए’ सीपीएसई है।
एसजेवीएन भारत में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, गुजरात, राजस्थान के अलावा पड़ोसी देशों नेपाल एवं भूटान में विभिन्न विद्युत परियोजना का कार्यान्वयन कर रहा है। एसजेवीएन की मौजूदा स्थापित क्षमता 2000 मेगावाट से अधिक है। वर्तमान में एसजेवीएन की आठ परियोजनाएं निर्माण और मंजूरियों की विभिन्न अवस्थाओं में है। एसजेवीएन की परिकल्पना है कि वह वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन करने वाली कंपनी बन जाए।