जश्न-ए-आजादी: देश मना रहा है 72वां स्वतंत्रता दिवस… प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के अहम बिंदु

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से पूरे देश को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश आक्मविश्वास से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि संकल्प से सपने पूरे होंगे।लाल किले से अपने भाषण का समापन प्रधानमंत्री ने एक कविता सुनाकर किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ”अपने मन में एक लक्ष्य लिए मंज़िल अपनी प्रत्यक्ष लिए हम तोड़ रहे हैं जंजीरें हम बदल रहे हैं तस्वीरें ये नवयुग है, नव भारत है खुद लिखेंगे अपनी तकदीरें। हम निकल पड़े हैं प्रण करके अपना तन-मन अर्पण करके जिद है एक सूर्य उगाना है अम्बर से ऊँचा जाना है एक भारत नया बनाना है एक भारत नया बनाना है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”मेरे बारे में कहा जाता है कि मैं बेसब्र हूं। आज मैं स्वीकार करता हूं कि मैं बेसब्र हूं। मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है मैं बेचैन हूं, हमारे बच्चों के विकास में बाधा बने कुपोषण से देश को मुक्त कराने के लिए मैं व्याकुल हूं, देश के हर गरीब तक समुचित हेल्थ कवर पहुंचाने के लिए, ताकि वो बीमारी से लड़ सके। मैं व्यग्र हूं, अपने नागरिकों की क्वालिटी ऑफ लाइफ को सुधारने के लिए मैं अधीर हूं, क्योंकि हमें ज्ञान-आधारित चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करनी है मैं आतुर हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि देश अपनी क्षमताओं और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”हर भारतीय के पास अपना घर हो- हाउसिंग फॉर ऑल, हर भारतीय के घर में बिजली कनेक्शन हो- पॉवर फॉर ऑल, हर भारतीय की रसोई धुआं मुक्त हो- क्लीन कुकिंग फॉर ऑल, हर भारतीय के घर में जरूरत के मुताबिक जल पहुंचे- वॉटर फॉर ऑल. हर भारतीय इंटरनेट की दुनिया से जुड़ सके- कनेक्टिविटी फॉर ऑल। हर भारतीय के घर में शौचालय हो- सैनिटेशन फॉर ऑल, हर भारतीय अपने मनचाहे क्षेत्र में कुशलता हासिल कर सके- स्किल फॉर ऑल, हर भारतीय को अच्छी औऱ सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुलभ हो- हेल्थ फॉर ऑल, हर भारतीय को बीमा का सुरक्षा कवच मिले. इंश्योरेंस फॉर ऑल।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर के लिए अटल जी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत। मैंने भी कहा है, जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक इकाइयों को और मजबूत करने के लिए लंबे समय से टल रहे पंचायत और निकाय चुनाव भी जल्द कराये जाने की तैयारी चल रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”तीन तलाक की कुप्रथा से मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय हुआ है। हम इस कुप्रथा को कत्म करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कुछ इसे खत्म नहीं होने देना चाहते हैं। संसद में तीन तलाक कानून पास नहीं होने दिया जा रहा है। मैं मुस्लिम महिलाओं को यकीन दिलाना चाहता हूं कि मैं उन्हें न्याय दिलाने के लिए काम करूंगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”बलात्कार की राक्षसी प्रवृत्ति से देश को मुक्त कराना होगा। कटनी में पांच दिन में बलाक्तर के दोषी को फांसी की सजा दी गई। फांसी की खबरें जितनी प्रसारित होंगी राक्षसी मनोवृत्ति कम होगी। राक्षसी मनोवृत्ति के खिलाफ भय पैदा करना होगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”आज देश में पहली कैबिनेट है जिसमें सबसे ज्यादा महिला मंत्री हैं, सुप्रीम कोर्ट में आज तीन महिला जज हैं जो देश को न्याय देने का काम कर रही हैं। हमने सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं को स्थाई सर्विस देने का फैसला किया।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”2013 तक 4 करोड़ लोग टैक्स भरते थे आज पौने सात करोड़ लोग टैक्स देते हैं। आज देश ईमानदारी का उत्सव मना रहा है। हमने भाई-भतीजावाद खत्म किया. तीन लाख संदिग्ध कंपनियों पर ताले लगे।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”मैं ईमानदार करदाताओं को यकीन दिलाता हूं कि आपके कर के कारण ही जब आप खाना खाते हैं तो उसी वक्त तीन गरीब परिवार का पेट भरता है। इससे ज्यादा मन की शांति और पुण्य क्या हो सकता है।अगर योजनाओं से किसी को पुण्य मिलता है तो सरकार को नहीं बल्कि ईमानदार करदाताओं को मिलता है। आज देश ईमानदारी का उत्सव मना रहा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”जो लोग पैदा नहीं हुए उनके नाम पर 6 करोड़ फर्जी लाभार्थी 90 हजार करोड़ की रकम ले जाते थे। हमने ऐसे फर्जीवाड़े को पहचाना और असली लाभार्थियों तक रकम पहुंचाने का काम किया।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”25 सितंबर पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंति के दिन प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरु कर दिया जाएगा। इससे गरीबों को इलाज मिल सकेगा। भाईयों-बहनों कोई भी गरीब उपचार के बिना मरना नहीं चाहता. इससे 50 करोड़ भारतीयों को फायदा होगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “WHO की रिपोर्ट कहती है कि स्वच्छता अभियान से तीन लाख बच्चों की जान बची। देश में गरीबों के बच्चे स्वच्छता के कारण ही बच सके। देश को आजादी मिली सत्याग्रहियों से और स्वच्छता स्वच्छाग्रहियों से मिलेगी।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”आज हमारा पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने का, आधुनिकता लाने का है हमारा देश अन्न के भंडार से भरा हुआ है, देश के किसानों और वैज्ञानिकों को धन्यवाद देता हूं, लेकिन अब वक्त बदल गया है आज कृषि तकनीक में बदलाव लाना होगा। हमने किसानों की आय दोगुनी करने की ठानी है. हम मक्खन पर लकीर नहीं, पत्थर पर लकीर बनाने वाले हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”कौन इस बात पर आश्चर्य नहीं करेगा कि हमारे वैज्ञानिकों ने एक साथ सौ सेटेलाइट लॉन्च किए? आज लाल किले की प्राचीर से मैं देशवासियों को खुशखबरी सुनाना चाहता हूं। हमारा देश अंतरिक्ष की दुनिया में प्रगति करता रहा है। हमने सपना देखा है कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर या उससे पहले मां भारत की कोई संतान, चाहे बेटा हो या बेटी, वह अंतरिक्ष में जाएगा। हाथ में तिरंगा लेकर जाएगा। आजादी के 75 साल से पहले इस सपने को पूरा करना है। भारत के वैज्ञानिकों ने मंगलयान से लेकर अब तक ताकत का जो परिचय कराया है. जब हमारा यान हिंदुस्तानी लेकर जाएगा, तब अंतरिक्ष में मानव को पहुंचाने वाले विश्व के चौथे देश बन जाएंगे।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”13 करोड़ मुद्रा लोन, उसमें भी 4 करोड़ लोगों ने पहली बार लोन लिया है, ये अपने आप में बदले हुए हिन्दुस्तान की गवाही देता है। ये नौजवान अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”नॉर्थ-ईस्ट आजकल उन खबरों को लेकर आ रहा है जो देश को प्रेरणा दे रहा है। आज नॉर्थ ईस्ट से हाईवे, रेलवे, रोडवे, और इनफॉर्मेशन वे से जुड़ी खबरें आती हैं। एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट को लगता था कि दिल्ली बहुत दूर है, आज हमने दिल्ली को नॉर्थ ईस्ट के दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”देश की सेना के जवान वन रैंक वन पेंशन की मांग कर रहे थे किसी सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी. आपने हमें उनकी इस मांग को पूरा करने का मौका दिया।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”आज देश वही है, अधिकारी वही हैं, तंत्र वही है, फाइलें वही हैं लेकिन चार साल में देश काम में तेजी महसूस कर रह है। आज गांव-गांव तक डिजिटल इंडिया को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर दिव्यांगों के लिए स्पेशल डिक्शनरी भी बनाई जा रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”मैं गुजरात से आता हूं, गुजरात में एक कहावत है। निशान चूक माफ, लेकिन नहीं माफ नीचा निशान। लक्ष्य, सपने बड़े होने चाहिए। लक्ष्य बड़े नहीं होंगे तो फैसले भी नहीं होते और यात्रा अटक जाती है। हमारे लिए जरूरी है कि हम बड़े लक्ष्य लेकर संकल्प के साथ आगे बढ़ने की दिश में प्रयास करें। जब लक्ष्य ढुलमुल होते हैं, हौसले बुलंद नहीं होते तो फैसले अटके पड़े रहते हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”2014 से पहले दुनिया की गणमान्य संस्थाएं और अर्थशास्त्री कभी हमारे देश के लिए क्या कहा करते थे, वो भी एक जमाना था कि हिंदुस्तानी की इकॉनोमी बड़ी रिस्क से भरी है वही लोग आज हमारे रिफॉर्म की तारीफ कर रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”देश के किसान मांग कर रहे थे कि किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी दिया जाए लेकिन ये काम नहीं हो पा रहा था। हमने सुनिश्चित किया कि देश के किसान भाईयों के डेढ़गुना एमएसपी मिले। हम कड़े फैसले लेने का सामर्थ्य रखते हैं क्योंकि देशहित हमारे लिए सर्वोपरी है. जब हौसले बुलंद होते हैं, देश के लिए कुछ करने का इरादा होता है तो बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू होता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”जिस रफ्तार से 2013 में गांवों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने का काम चल रहा था, उस रफ्तार से देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने में कई पीढ़ियां गुजर जातीं। जिस रफ्तार से 2013 में गैस कनेक्शन दिया जा रहा था, अगर वही पुरानी रफ्तार होती तो देश के हर घर में सालों तक भी गैस कनेक्शन नहीं पहुंच पाता। देश की अपेक्षाएं और आवश्यकताएं बहुत हैं, उसे पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को निरंतर प्रयास करना है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”देश आज रिकॉर्ड अनाज का उत्पादन कर रहा है। रिकॉर्ड मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरिंग कर रहा है। ट्रैक्टरों की रिकॉर्ड बिक्री हो रही है। आजादी के बाद सबसे ज्यादा हवाई जहाज खरीदने का काम हो रहा है। देश आज स्कूलों में शौचालय बना रहा है, वहीं नए IIT, नए एम्स बनाने की स्थापना कर रहा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”2014 से अब तक मैं अनुभव से बता सकता हूं कि सवा सौ करोड़ देशवासी सिर्फ सरकार बनाकर रुके नहीं, वो देश बनाने में जुटे हुए हैं। कहां से चले थे और ये नहीं देखेंगे तो कहां पहुंच गए ये पता नहीं चलेगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”महान तमिल कवि, दीर्घदृष्टा और आशावादी सुब्रामणियम भारती ने लिखा था कि भारत न सिर्फ एक महान राष्ट्र के रूप में उभरेगा बल्कि दूसरों को भी प्रेरणा देगा। उन्होंने कहा था- भारत पूरी दुनिया को हर तरह के बंधनों से मुक्ति पाने का रास्ता दिखाएगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमारा संविधान कहता है कि सभी पिछड़ों, गरीबों को न्याय मिले। दलित, जंगलों में जीने वाले आदिवासियों सभी को आगे बढ़ने का अधिकार मिले।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”अगले वर्ष बैसाखी पर जलियांवाला बाग़ नरसंहार के 100 वर्ष होने जा रहे हैं। मैं इस नरसंहार में शहीद हुए हर देशवासी को याद करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”इन दिनों देश के अलग-अलग कोनों से अच्छी बारिश की खबर आ रही है, साथ-साथ बाढ़ की भी खबरें आ रही हैं। अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण जिन्हें अपने स्वजन खोने पड़े, उन सभी के प्रति देश मदद के भाव से खड़ा है।”

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