- लगातार हो रही बारिश के कारण नदी में जलस्तर बढ़ा: अमित कश्यप
- पब्बर नदी व जिला में अन्य नदी-नालों से भी दूर रहने का आग्रह
- किसी व्यक्ति को वर्तमान परिस्थितियों में किसी तरह के खतरे का सामना करना पड़े तो वह जिला प्रशासन व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 1077 पर तुरंत सूचना दें
शिमला: जिला में सभी लोगों से सुरक्षा के दृष्टिगत उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने सतलुज नदी के किनारों से दूर रहने का आग्रह किया है। उन्होंने आज यहां कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण नदी में जलस्तर बढ़ा है। इस स्थिति में सभी लोगों को सतलुज नदी के किनारों से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने लोगों से पब्बर नदी व जिला में अन्य नदी-नालों से भी दूर रहने का आग्रह किया है। उन्होंने पर्यटकों से विशेष अनुरोध किया है कि नदियों व नालों के समीप जाकर फोटोग्राफी न करें और कहीं भी चेतावनी बोर्ड हों तो उनको अनदेखा न करें।
उपायुक्त ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सतलुज नदी के किनारों और अन्य चिन्हित स्थलों पर भी सूचना के लिए साईनेज स्थापित किये गये हैं। किसी ऐसी जगह पर भी न जाएं, जहां पूर्व में आपदा आ चुकी हो, या जो जगह आपदा के लिए संवेदनशील हो, जैसे कि नदी, नाले, भू-स्खलन प्रवण क्षेत्र या बाढ़ प्रवण क्षेत्र।
उपायुक्त ने कहा कि वाहन चालक सड़क के किनारे तथा डंगे व ढलान पर गाड़ी पार्क न करें तथा वाहन भी सुरक्षा पूर्वक चलाएं, क्योंकि कई स्थानों पर भारी बारिश के कारण भू-स्खलन हो रहे हैं तथा पहाड़ियों से पत्थर गिरने की संभावना बनी हुई है। यदि किसी व्यक्ति को वर्तमान परिस्थितियों में किसी तरह के खतरे का सामना करना पड़े तो वह जिला प्रशासन व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 1077 पर तुरंत सूचना दें।
अमित कश्यप ने कहा कि ठियोग-हार्टकोटी मार्ग पर निहारी के समीप पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण यातायात में अवरोध दूर करने तथा यातायात को सुचारू बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि किसी स्थान पर पेड़ गिरने के कारण नुकसान की संभावना हो तो लोग इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि समयबद्ध ऐहतियाती कदम उठाए जा सकें। अमित कश्यप ने कहा कि शिमला नगर निगम क्षेत्र में भी स्थिति व व्यवस्था को सामान्य बनाए रखने के लिए सभी विभागों से रोजाना रिपोर्ट ली जा रही है तथा निगरानी सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने जिला में सभी उपमंडलाधिकारियों को मौके का निरीक्षण करने तथा किसी भी आपात स्थिति में समयबद्ध कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।