- 68 साल के इतिहास में पहली बार 3 महिला जज
नई दिल्ली : जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जस्टिस विनीत सरन और जस्टिस के एम जोसेफ ने आज उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद की शपथ ली। केंद्र की ओर से अधिसूचित वरिष्ठता क्रम के आधार पर उन्होंने शपथ ग्रहण की। प्रधान न्यायाधीश के न्यायालय कक्ष में शपथ समारोह सुबह साढ़े दस बजे शुरू हुआ। सबसे पहले शपथ जस्टिस इंदिरा बनर्जी, फिर विनीत सरन और अंत में के एम जोसफ ने शपथ ली। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने सभी जजों, अधिकारियों और वकीलों से भरे कक्ष में तीनों न्यायमूर्तियों को शपथ दिलाई।
तीन न्यायाधीशों की नियुक्ति के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 25 हो गई है। उच्चतम न्यायालय में अधिकतम 31 न्यायाधीशों की नियुक्ति की जा सकती है यानी 6 पद अब भी खाली हैं। बता दें कि न्यायामूर्ति बनर्जी मद्रास उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश थीं, न्यायामूर्ति सरन ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और न्यायामूर्ति जोसेफ उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
इस नियुक्ति के साथ ही एक इतिहास जुड़ गया है। 68 साल के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट में महिला जजों की संख्या बढ़कर तीन हो गई हैं। जस्टिस आर भानुमति और इंदु मल्होत्रा के बाद आज इंदिरा बनर्जी भी सुप्रीम कोर्ट की महिला जज बन गई हैं।