शिमला: प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। जिला शिमला के निहारी के पास लैंडस्लाइड होने के कारण ठियोग-हाटकोटी स्टेट हाईवे-10 बंद हो गया है। जेसीबी से मलबे को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि हाईवे को बहाल करने का जल्द प्रयास किया जा रहा है।
वहीं बिलासपुर जिले में भारी बारिश के चलते नैना देवी मंदिर को जाने वाली सड़क पर भी भारी लैंडस्लाइड हुआ है जिससे सड़क मार्ग बंद हो गया है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को विकल्प के तौर पर दूसरी ओर से भेजने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं मलबे को हटाने का काम जारी है। प्रदेश में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा, मंडी, चंबा और हमीरपुर जिले में हुआ है। खराब मौसम के चलते हवाई सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। प्रदेश के नदी-नाले उफान पर हैं।
भाखड़ा समेत अन्य बांधों का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। बारिश को देखते कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। लपियाणा पंचायत में खड्ड पर बना पुल पानी के तेज बहाव में बह गया है जिससे दो गांवों का संपर्क कट गया है।
खड़ापथर व रोहड़ू के बीच भी भूस्खलन से मार्ग बंद हो गया है, जिसके चलते खड़ापत्थर, जुब्बल, हाटकोटी, रोहडू व चिड़गांव जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकांश गाड़ियां कोटखाई, टाऊ और नारकंडा की तरफ से भेजी जा रही हैं, जिस कारण रास्ते में काफी लंबा जाम लग रहा है।
वहीं, जिला पुलिस ने लोगों से अपील की है कि भूस्खलन के चलते ये रोड पूरी तरह से बंद हो गया है। सड़क से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है, इसलिए जब तक मलबा हटाने के बाद रोड को फिर से बहाल नहीं किया जाता तब तक लोग वाया नारकंडा होकर रोहड़ू जाएं।