बिलासपुर: बिलासपुर में फैले डेंगू की चपेट में साई हॉस्टल के छह नेशनल खिलाड़ी भी आए गए हैं। जानकारी के अनुसार साई स्पोर्ट्स होस्टल में सबसे पहले बॉक्सिंग कोच को गत जुलाई को डेंगू हुआ था। उसके बाद खिलाड़ियों को डेंगू होने लगा। यहां पर 6 जुलाई को खिलाड़ियों को वायरल होने लगा, जिस पर स्पोर्ट्स होस्टल प्रशासन 2 खिलाड़ियों को क्षेत्रीय अस्पताल में उपचार के लिए ले गया, जहां पर इनमें डेंगू के लक्षण पाए गए। अभी तक इस होस्टल के 10 खिलाड़ियों को डेंगू हो चुका है जबकि 3 को टायफाइड और करीब 8 खिलाड़ी वायरल फीवर से ग्रस्त हैं। साई हॉस्टल बिलासपुर में मौजूदा समय में 65 खिलाड़ी हैं। पिछले दो तीन दिनों से शिकायतें आने के बाद 15 खिलाड़ियों के रक्त की जांच की गई। इसमें कबड्डी, वॉलीबाल और बॉक्सिंग के छह नेशनल खिलाड़ियों में डेंगू पाया गया है।
खिलाड़ियों को एडवायजरी भी जारी की गई है। कुछ दिन पूर्व दिल्ली से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी साई हॉस्टल का दौरा किया था। साई हॉस्टल बिलासपुर के प्रभारी जयपाल चंदेल का कहना है कि छह खिलाड़ियों को डेंगू हुआ है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। निदेशालय के निर्देश पर एहतियात के तौर पर हॉस्टल को सात दिन के लिए बंद कर दिया है। बिलासपुर में राज्य खेल छात्रावास भी हैं। यहां के 55 खिलाड़ी अभी बचे हुए हैं।
होस्टल के इंचार्ज जयपाल चंदेल ने बताया कि खिलाड़ियों में बढ़ते डेंगू और वायरल फीवर को लेकर चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बात की गई, जिस पर वहां से होस्टल को 31 जुलाई तक बंद करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि नगर परिषद के कर्मचारियों से होस्टल के बाहर मंगलवार को फोगिंग करवा दी गई है जबकि कमरों में स्प्रे करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि होस्टल प्रशासन डेंगू के प्रकोप को लेकर पूरी तरह सजग है तथा इसकी रोकथाम के लिए साफ-सफाई करने के साथ ही अन्य उपाय अपनाए गए हैं।
बिलासपुर में सोमवार को सात नए मामले आए हैं। यहां अब तक 211 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि परवाणू में 10 लोग और डेंगू की चपेट में आ गए हैं। सोलन जिला में डेंगू के कुल मामले 139 हो गए हैं। विभाग ने दोनों जिलों में अलर्ट भी जारी किया हुआ है।