शिमला: राजधानी शिमला में जल संकट पर कांग्रेस ने नगर निगम को भंग करने की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि जहां शहर की जनता पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रही है तो वहीं इससे टूरिज्म इंडस्ट्री को भी एक बड़ा धक्का लगा है। ऐसे में भाजपा को नगर निगम पर काबिज रहने का कोई अधिकार नहीं है। इसे भंग करवाने के लिए सोमवार को कांग्रेस का विधि विभाग राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा।
कांग्रेस विधि विभाग का कहना है कि लोगों को पानी मुहैया करवाना नगर निगम का पहला कर्तव्य है और लोगों का मौलिक अधिकार भी है। लेकिन, भाजपा शासित नगर निगम पानी मुहैया करवाने में पूरी तरफ से नाकाम रहा है। ऐसे में नगर निगम को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। लिहाजा पार्टी राज्यपाल को ज्ञापन देकर दोनों की बर्खास्तगी की मांग करेगी।