शिमला: आज परिवहन, वन व युवा सेवा एवं खेल मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने तानुजुब्बड़ में नाग देवता यूथ स्पोर्टस क्लब द्वारा आयोजित पांच दिवसीय बालीबाल प्रतियोगिता के समापन समारोह के अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिमला जिला के हाटू, नारकंडा, तानुजुब्बड़ तथा इस क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी, ताकि शिमला के नजदीक के यह पर्यटन स्थल विश्व मानचित्र पर अपना स्थान बना सकें।
वन मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में साहसिक पर्यटन तथा ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं, यदि इस दृष्टि से इस क्षेत्र का विकास किया जाए तो यहां के लोगों को रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता भी पर्यटकों को आकर्षित करने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। जंगलों की आग को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के साथ-साथ लोगों को भी सहयोग करना चाहिए, तभी वन संपदा को सुरक्षित रखा जा सकता है।
वहीं बालीबाल प्रतियोगिता प्रतियोगिता में 35 टीमों के 210 पुरूष व महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में स्पोर्टस काम्पलेक्स शिमला की टीम विजेता रही तथा उप विजेता वीटी नारकंडा की टीम रही।
गोविन्द सिंह ठाकुर ने नारकंडा सर्किट हाउस में नगर पंचायत नारकंडा, ग्राम पंचायत रेवती, मलैंडी व सिहल पंचायत से आए लगभग 300 लोगों की समस्याओं को सुना। वहां के लोगों की मांग इस क्षेत्र को टूरिज्म सर्किट के तहत लाकर इस क्षेत्र का विकास करना थी। उन्होंने लोगों की मांग को पूर्ण करने के लिए आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हाटू, नारकंडा, तनुजुब्बड़, कोटगढ़ तथा छब्बीशी घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जल्द ही योजना तैयार कर अमल में लाई जाएगी। उन्होंने नाग देवता यूथ स्पोर्टस क्लब को 35 हजार देने की घोषणा की।