- पानी की आपूर्ति में कोताही करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाईः सुरेश भारद्वाज
शिमला : शिमला में पेयजल आपूर्ति में किसी भी तरह की कोताही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ त्वरित सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह बात आज शिक्षा, विधि व संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहीं । उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पेयजल आपूर्ति का कार्य दक्षता और पारदर्शिता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। यह निर्देश उन्होंने नगर निगम शिमला, उप महापौर कार्यालय में पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाने के उद्देश्य से आयोजित बैठक के दौरान दिये। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शिमला में पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाने के लिए व्यापक रूपरेखा तैयार की गई है। इसके लिए पानी के स्त्रोत, भण्डारण और आपूर्ति, तीन वर्गों में कार्य किया जा रहा है। पानी को पेयजल स्त्रोत से उठाने के लिए दक्षतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं। भण्डारण व जलापूर्ति के लिए सारणी बनाकर आपूर्ति करने के निर्देश दिये हैं, ताकि हर क्षेत्र में लोगों को पानी की उपलब्धता समानता से सुनिश्चित की जा सके।
जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाया जाए। इस कार्य को पार्षदों के समन्वय के साथ पूर्ण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह कार्य पूर्ण दक्षता और सक्रियता के साथ करने के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा शिमला व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति सुचारू बनाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य योजना तैयार कर उस पर अमल किया जा रहा है।