- शिक्षकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक किया जाएगा विचारः सुरेश भारद्वाज
शिमला: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज आज हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ के पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जहां कर्मचारियों के हित के कई मुददों को लेकर चर्चा हुई तो वहीं, ट्रांसफर के मुददे पर भी लंबा मंथन हुआ। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिक्षकों से आग्रह किया है कि वे प्रदेश में शिक्षा का स्तर बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में विशेष स्थान बनाया है, जिसे बनाए रखना शिक्षकों की जिम्मेदारी है, क्योंकि शिखर पर पहुंचकर उस स्थान को बनाए रखने के लिए और अधिक कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों की मांगों के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि उनकी अधिकतम मांगों को पहले ही वित्त व विभाग स्तर पर उठाया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की विभाग से सम्बन्धित मांगों पर 30 जून तक निपटारा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में शिक्षकों की अलग से जेसीसी की बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने संघ की शिक्षक समुदाय से सम्बन्धित मांगों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के लिए दिए सुझाव की सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज में सुधार लाने में शिक्षकों की अह्म भूमिका रहती है। भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में संस्कृत तथा अंग्रेजी भाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नैतिक शिक्षा को भी पाठयक्रम में शामिल करने पर विचार कर रही है।