बेरोजगार युवाओं को आजीविका व उद्योग को बढ़ावा देने को बजट में 80 करोड़ रुपये का प्रावधान : विक्रम सिंह

  • “मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत” : बेरोजगार युवाओं को आजीविका व उद्योग को बढ़ावा देने को बजट में 80 करोड़ रुपये का प्रावधान : विक्रम सिंह
  • कौशल विकास तकनीकी शिक्षा संस्थानों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं तक पहुंचाना भी अति आवश्यक, ताकि बेरोजगार ग्रामीण युवकों को मिल सके रोजगार : विक्रम सिंह 
  • स्किल इंडिया के तहत आयोजित  प्रतियोगिता में प्रदेश में लगभग 680 विभिन्न प्रतिभागियों ने जोनल स्तर पर लिया भाग : कौशल विकास निगम प्रबंध निदेशक राजेश शर्मा 
  • करीब 81 प्रतिभागी विभिन्न कार्यों से संबंधित इन प्रतियोगिताओं में जीतकर आए हैं, जिनका मुकाबला राज्य स्तरीय के उपरांत राष्ट्रीय स्तर पर होगा
  • राष्ट्रीय स्तर के विजेता का मुकाबला रूस के कजान में होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में विभिन्न देशों के प्रतिभागियों से होगा
  • आटोमोबाईल टैक्नोलाजी में सात प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में ले रहे हैं भाग

 

रहने वाले युवाओं तक पहुंचाना भी अति आवश्यक : विक्रम सिंह

कौशल विकास तकनीकी शिक्षा संस्थानों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं तक पहुंचाना भी अति आवश्यक : विक्रम सिंह

शिमला: उद्योग, तकनीकी शिक्षा मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चौड़ा मैदान शिमला में हिमाचल प्रदेश कौशल प्रतियोगिता 2018 के आटो मोबाईल टैक्नालाजी प्रतियोगिता के राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा का आज उद्घाटन किया।  इस अवसर पर विक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को आजीविका उपलब्ध करवाने तथा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है, जिसके लिए बजट में 80 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत हुनरमंद युवा जिसकी आयु 18 से 35 वर्ष है को 40 लाख रुपये तक के ऋण पर तीन वर्ष के लिए पांच प्रतिशत ब्याज उपदान है तथा अन्य सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कौशल भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रबल सोच है, प्रदेश में इसके विस्तार के लिए संबद्ध संस्थानों को ध्येय निष्ठा से कार्य करना होगा। विक्रम सिंह ने कहा कि इस सोच को ग्रामीण स्तर तक ले जाना आवश्यक है, ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकें। उन्होंने बताया कि 640 करोड़ रुपये की एक बड़ी योजना एशियन डवैल्पमेंट बैंक के सहयोग से चलाई जाएगी, जिसके तहत आगामी पांच वर्षों में लगभग 65 हजार युवाओं को प्रशिक्षण एवं रोजगार प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत आगामी तीन माह के अंदर लगभग 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कौशल विकास तकनीकी शिक्षा संस्थानों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं तक पहुंचाना भी अति आवश्यक है, ताकि बेरोजगार ग्रामीण युवकों को रोजगार मिल सके। उन्होंने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शिमला के राज्य में प्रथम,  द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले उत्कृष्ठ प्रशिक्षणार्थियों को मैडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजेश शर्मा ने बताया कि स्किल इंडिया के तहत आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रदेश में लगभग 680 विभिन्न प्रतिभागियों ने जोनल स्तर पर भाग लिया। लगभग 81 प्रतिभागी विभिन्न कार्यों से संबंधित इन प्रतियोगिताओं में जीतकर आए हैं, जिनका मुकाबला राज्य स्तरीय के उपरांत राष्ट्रीय स्तर पर होगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के विजेता का मुकाबला रूस के कजान में होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में विभिन्न देशों के प्रतिभागियों से होगा। उन्होंने बताया कि आटोमोबाईल टैक्नोलाजी में सात प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं, जिनमें शिमला जोन के तहत चयनित अंकुश कुमार और रवि आईटीआई शिमला के छात्र हैं, जबकि रजत कुमार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन के छात्र हैं।

एशियन डवैल्पमेंट बैंक के इंडिया हैड और परियोजना अधिकारी फुक यांन चांग ने अपने संबोधन में प्रदेश में कौशल विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा इसे और अधिक विस्तार देने के लिए एशियन डवैल्पमेंट बैंक के सहयोग की भूमिका पर प्रकाश डाला। सहायक प्रबंधक हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम मंगत चौहान ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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