हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देने में केंद्र करेगा भरपूर सहयोग

  • केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने मुख्यमंत्री को किया आश्वस्त

शिमला: प्रदेश में धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित करनेइको एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने व यहां के नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण व अछूते पर्यटन स्थलों को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से अंकित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गई 300 करोड़ लागत की 3 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने का मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे.अल्फोंस से मुलाकात कर आग्रह किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे.अल्फोंस से मुलाकात की और उनसे उन्होंने केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री को हिमाचल प्रदेश आने का निमंत्रण भी दिया और कहा कि वह स्वयं उन्हें प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर लेकर जाएंगे। के.जे. अल्फोंस ने सहर्ष मुख्यमंत्री का यह निमंत्रण स्वीकार किया। केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार द्वारा इस पर्वतीय राज्य में पर्यटन संभावनाओं के दोहन व विस्तार के लिए भरपूर सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हिमाचल प्रदेश शांत व प्रदूषण मुक्त परिवेश, अपनी समृद्ध संस्कृति व यहां के लोगों के मधुर व्यवहार व मेहमाननवाजी के कारण सैलानियों का प्रिय स्थल बनता जा रहा है और देवभूमि होने के कारण यहां के देवालय श्रद्धालुओं के आकर्षण व आस्था के केंद्र हैं।

केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री ने बैठक में उपस्थित अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हिमाचल प्रदेश में पर्यटन के विस्तार व सम्भावनाओं के दोहन के बारे में राज्य के अधिकारियों को प्रेजेंटेशन के लिए दिल्ली बुलाएं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री को कहा कि हिमाचल प्रदेश को प्रकृति ने अनुपम सौंदर्य प्रदान किया है और यह प्रदेश अपनी विविध भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत पूरा वर्ष सैलानियों को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा प्रदेश में पर्यटन पर जितना फोकस होना चाहिए था, उतना इससे पहले नहीं हो पाया लेकिन अब राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और यहां के अछूते नैसर्गिक स्थलों में आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार का यही प्रयास है कि घरेलू व विदेशी सैलानी यहां अधिकाधिक समय व्यतीत करें और यहां से मधुर स्मृतियां लेकर जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्वतारोहण, बाइकिंग, राफ्टिंग व पैरा ग्लाइडिंग सरीखे साहसिक पर्यटन व साहसिक खेलों के विस्तार की भी अपार संभावनाएं हैं और ऐसे साहसिक खेलों के लिए यह प्रदेश स्वर्ग माना जाता है। उन्होंने कहा पर्यटन क्षेत्र में छिपी रोजगार की संभावनाओं के दोहन पर भी सरकार प्रमुखता से काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश धार्मिक पर्यटन का भी प्रमुख केंद्र है और यहां धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित होने से श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधा हासिल होगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पर्यटन स्थलां के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए केंद्र से उदारता से धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया।

 

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *