हिमाचल: आयकर दाताओं को आटा-चावल पर मिलने वाली सब्सिडी पुनः बहाल

डिजिटल राशन कार्डों के माध्यम से ही होगी राशन की आपूर्ति

  • उपभोक्ताओं को डिजिटल राशन कार्ड बनवाना अनिवार्यः मदन चौहान

शिमला: राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों से राशन कार्डों को डिजिटाईज़ करवाने का खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक मदन चौहान ने आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पुराने राशन कार्डों के प्रचलन से राशन कार्ड व इसके माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं के दुरूपयोग की सम्भावनाएं बनी रहती हैं। इसके मद्देनज़र राज्य की सभी उचित मूल्यों की दूकानों में पॉस मशीनें स्थापित कर दी गई हैं, और भविष्य में राशन की आपूर्ति डिजिटल राशन कार्डों के माध्यम से ही संभव हो पाएगी।

चौहान ने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से वस्तुओं के वितरण में खामियों को दूर करने के उद्देश्य से भारत सरकार के निर्देशानुसार सभी उचित मूल्य की दुकानों में स्थापित पॉस मशीनों को ऑनलाइन आपूर्ति श्रृंखला प्रबन्धन से जोड़ दिया गया है। चौहान ने कहा कि राशन कार्ड धारकों को डिजिटाईज राशनकार्ड बनवाने के लिए क्षेत्रीय निरीक्षक, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के कार्यालय में उचित मूल्य दूकानधारकों के माध्यम से सम्पर्क करने को कहा है। इसके लिये डिजिटाइजेशन फार्म भरना होगा जो विभागीय वैबसाईट पर उपलब्ध है। राशन कार्ड से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर-1967 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आपूर्ति श्रृंखला प्रबन्धन को कार्यान्वित करने के फलस्वरूप केवल उन्हीं उपभोक्ताओं को पॉस मशीनों के माध्यम से राशन प्राप्त हो सकेगा, जिन्होंने अपने राशन कार्ड डिजिटाईज करवाएं हैं। शेष उपभोक्ता जिन्होंने किसी कारणवश अभी तक राशनकार्ड डिजिटाईज नहीं करवाए हैं, की सुविधा के मध्यनजर पुराने राशन कार्डों पर फिलहाल राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है, किन्तु आने वाले समय में इन कार्डों पर राशन उपलब्ध करवाना सम्भव नहीं होगा, क्योंकि सारा राशन पॉस मशीनों के जरिए ही वितरित किया जाना है।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *