शिमला: विधानसभा सत्र के आखिरी दिन आज विपक्ष ने मुख्य सचेतक बिल को लेकर सदन में विरोध जताया। जहां विपक्ष दो विधायकों की मुख्य सचेतक और उपमुख्य सचेतक के पदों पर नियुक्ति और इन्हें कैबिनेट मंत्रियों के बराबर सुविधाएं देने को अलोकतांत्रिक बताता रहा। वहीं भारी हंगामे के बावजूद वीरवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा मुख्य सचेतक और उपमुख्य सचेतक का वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाएं विधेयक 2018 को पारित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने गुजरात, उड़ीसा, बिहार, तेलंगाना, दिल्ली, मिजोरम, त्रिपुरा आदि राज्यों में भी ऐसे प्रावधान की बात कही। इसके बाद सीएम ने सदन में इस विधेयक को पारित करने का प्रस्ताव रखा। सत्तापक्ष ने यह बिल ध्वनिमत से पारित कर दिया।
पिछले कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विधान सभा मुख्य सचेतक और उप मुख्य सचेतक का वेतन, भत्ते और अन्य प्रसुविधाएं विधेयक-2018 को सदन में पेश किया था।