- मुख्यमंत्री ने किया वन अग्नि जागरूकता अभियान का शुभारम्भ
शिमला: प्रदेश में वनों में आग की घटनाओं से जहाँ वन संपदा को हो रहे नुकसान से बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रयास शुरू हो गए हैं। इसी के चलते आज मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां आगजनी की दृष्टि से संवदेनशील क्षेत्रों में वनों में आग की घटनाओं की रोकथाम तथा इन्हें नियंत्रित करने के लिए दो तीब्र्र अग्निशमन वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर ‘वन अग्नि जागरूकता अभियान-2018’ का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पखवाड़े तक चलने वाले इस अभियान को पूरे प्रदेश में वन अग्नि की बड़ी घटनाओं अथवा अन्य संबद्ध घटनाओं की स्थिति में बचाव तथा आवश्यक कदम उठाने बारे जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से आरम्भ किया गया है। ठाकुर ने कहा कि वनों में आग की घटनाओं में लिप्त पाए जाने पर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसे अभियानों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। लोगों को घास की अधिक पैदावार के उद्देश्य से वनों को नहीं जलाना चाहिए क्योंकि ऐसा करना हरे-भरे प्रदेश को बर्बाद करने जैसा है और पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि वनों को आग लगाने के प्रयास से घास की बढ़ौतरी की अवधारणा भी सही नहीं है। हमें वन क्षेत्रों को संरक्षित रखना चाहिए तथा इन्हें आग से बचाना चाहिए। सामुदायिक भागीदारी तथा जागरूकता अभियानों से आग की घटनाओं पर रोक लग सकती है।
उन्होंने कहा कि ‘त्वरित वन अग्निशमन बल’ में 1900 स्वयंसेवी बतौर सदस्य शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अभियान के दौरान लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए पैदल एवं साईकिल रैलियां, चैट शो, नुक्कड़ नाटकों, पेंटिंग तथा व नारा लेखन तथा प्रदर्शिनयां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने लोगों से इस अभियान में भाग लेने तथा इसका लाभ उठाने की अपील की।