शिमला: विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने सदन से वाकआऊट कर दिया। उन्होंने अपनी बात कहने के लिए और अधिक समय न मिलने को लेकर वाकआऊट किया। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनका समय भी नेगी को दिया जाए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वीरभद्र सिंह सदन के वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें जितना समय चाहिए वह सम्मानपूर्वक मिलेगा। लेकिन साथ ही कहा कि नेगी ने अधिक समय ले लिया है।
विधायक के सदन से बाहर जाने के बाद अन्य कांग्रेस सदस्य भी सदन से बाहर चले गए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि यह वाकआउट एक सदस्य का ही माना जाए। इससे पहले बजट पर जारी सामान्य चर्चा में भाग लेते हुए विधायक जगत सिंह नेगी ने किन्नौर जिला के लाडा का अध्यक्ष डी.सी. को बनाने का मामला उठाया और कहा कि किन्नौर की गठित लाडा का अध्यक्ष स्थानीय विधायक होता है। उन्होंने अन्य 2 जनजातीय हलकों का हवाला देते हुए कहा कि किन्नौर जिला से वह विधायक हैं और उन्हें इसका अध्यक्ष होना चाहिए लेकिन सरकार ने डी.सी. को इसका अध्यक्ष बनाया है, जिसका वह विरोध करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने जनजातीय क्षेत्र की अनदेखी की है। विधायक ने कहा कि बजट में ऐसा कुछ नहीं है, जिसे लेकर इसका सर्मथन किया जाए। विधायक ने कहा कि रूसा को लेकर विपक्ष में रहते भाजपा बहुत विरोध करती थी लेकिन सत्ता में आने के बाद आज वह इस योजना को बंद नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि ए.बी.वी.पी. के कार्यकर्ता रूसा को बंद करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से भी मिले हैं लेकिन सरकार हिम्मत नहीं कर पा रही है क्योंकि रूसा अच्छा सिस्टम है और इसे पूर्व कांग्रेस सरकार ने ही लागू किया है।