शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज मंगलवार से शुरू हो गया। पहले ही दिन विपक्ष ने सदन से वॉकऑउट किया। हिमाचल प्रदेश भूमि सुधार कानून की धारा 118 के सरलीकरण के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बयान से विपक्ष भड़क उठा और सदन से वॉकऑउट कर दिया। कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में मामला उठाया कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को धारा 118 में संशोधन को लेकर सीएम द्वारा दिए गए बयान को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया है। सदन में शोरशराबा होने लगा और विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच अध्यक्ष ने कार्यवाही रिकार्ड न करने फरमान दिया। इसके बाद सदन में दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी और सरकार के कुछ मंत्रियों ने विपक्ष के खिलाफ मोर्चा संभाला और उनके आरोपों का जवाब देने लगे। अध्यक्ष ने सभी सद्स्यों को शांत करने की कोशिश की लेकिन विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर खड़े रहे और शोर शराबा करने लगे।
अग्निहोत्री ने कहा कि यह बहुत संवेदनशील मुद्दा है और हिमाचल की जनता से जुड़ा है। इससे किसी भी कीमत पर छेड़छाड़ को सहन नहीं किया जाएगा। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि उन्हें आज सुबह स्थगन प्रस्ताव मिला है और उसे उन्होंने जवाब लेने को सरकार को भेजा है, लेकिन तभी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव दिया है और इस पर सारा कार्य रोककर इस पर चर्चा की जाए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी कीमत पर किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी।